XXX व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ा महिला का नंबर, वीडियो-फोटो देख सीधे पहुंची थाने
व्हाट्सग्रुप ग्रुप का नाम था XXX... महिला को पहले ये सब मजाक लगा, लेकिन जब ग्रुप में अश्लील वीडियो और फोटो आने लगे तो वो हैरान रह गई।
नई दिल्ली। सोशल मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप पर इन दिनों ग्रुप बनाकर लोगों को जोड़ने का चलन जोरों पर है। लोग अपने किसी खास एरिया, क्लब या संस्था से जुड़ा ग्रुप बनाते हैं और उसके बाद बिना पूछे लोगों को उसमें जोड़ देते हैं। अगर आपको भी ऐसी कोई आदत है तो तुरंत सावधान हो जाइए। मुंबई पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जिसने बिना पूछे एक महिला को एडल्ट व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ दिया। इसके बाद ग्रुप में आने वाले अश्लील कंटेंट से महिला इतनी परेशान हो गई कि उसने पुलिस की मदद ली और महिला को ग्रुप में एड करने वाला शख्स सलाखों के पीछे पहुंच गया।
12 लोगों के व्हाट्सग्रुप में आने लगे पोर्न वीडियो
मामला मुंबई के माटुंगा इलाके का है। एक महिला ने पुलिस थाने में शिकायत दी कि बीते सितंबर महीने में एक अंजान शख्स ने उनका मोबाइल नंबर एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ दिया। इस व्हाट्सएप ग्रुप का नाम था- 'XXX'। महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि पहले उन्हें लगा कि किसी ने मजाक में उनका नंबर इस व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ दिया है और उन्होंने इसपर ध्यान नहीं दिया। इस ग्रुप में कुल 12 लोगों के नंबर थे और महिला इनमें से किसी को नही जानती थी। इसके बाद ग्रुप में लगातार अश्लील मैसेज, वीडियो और फोटो आने लगे। महिला ने तंग आकर पुलिस में मामले की शिकायत की।
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ऐसे पकड़ में आया ग्रुप एडमिन
मुंबई पुलिस ने ग्रुप एडमिन का नंबर लेकर जांच-पड़ताल की तो पता चला कि उसका नाम मुश्ताक अली शेख (24) है और वो पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। पेशे से कारपेंटर मुश्ताक अली को पकड़ने के लिए पुलिस ने एक टीम बनाकर पश्चिम बंगाल भेजी और सियोनधारावी इलाके से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। मुंबई पुलिस ने मुश्ताक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 67 और 67-ए के तहत मुकदमा दर्ज किया है। कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस ने मुश्ताक को जेल भेज दिया है। पुलिस उसके फोन की भी जांच कर रही है।
'मुझे लगा, मेरे साले का नंबर है'
पुलिस पूछताछ के दौरान मुश्ताक ने बताया कि उसने गलती से महिला का नंबर उस ग्रुप में जोड़ दिया था। मुश्ताक ने अपनी इस गलती के माफी मांगी और कहा कि उसे लगा कि ये नंबर उसके एक साले का है। पुलिस मुश्ताक से पूछताछ के आधार पर ग्रुप के बाकी लोगों की भी जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि व्हाट्सएप ग्रुप बनाने वाले लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उस ग्रुप में किस तरह का कंटेंट शेयर किया जा रहा है। ऐसी शिकायतें पहले भी कई बार मिली हैं, जब लोगों ने किसी व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर हुए आपत्तिजनक कंटेंट को लेकर शिकायत दर्ज कराई है।
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