केरल में BJP की सरकार बनी तो क्या बनेंगे मेट्रो मैन श्रीधरन, उन्होंने खुद बताया
तिरुवनंतपुरम: मेट्रो मैन ई श्रीधरन के भाजपा में शामिल होने की औपचारिकता भर बाकी है। गुरुवार को इसकी पुष्टि करने के बाद मेट्रो मैन ने शुक्रवार को यह भी इच्छा जता दी है कि अगर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनती है तो उनके लिए कौन सा पद मुकम्मल होगा या वो किस पद पर रहकर केरल का विकास करना चाहेंगे। उन्होंने साफतौर पर इच्छा जताई है कि अगर भाजपा सरकार बनाने की स्थिति में आती है तो वह मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हैं। हालांकि, भाजपा की ओर से अभी यह साफ नहीं हुआ है कि क्या पार्टी उन्हें मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर पेश करेगी?
बीजेपी जीती तो मुख्यमंत्री बनना चाहेंगे मेट्रो मैन
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी में शामिल होने और इस साल अप्रैल-मई में होने वाले केरल विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने की बात कहने के एक दिन बाद ई श्रीधरन ने पार्टी की जीत पर मुख्यमंत्री बनने की भी इच्छा जाहिर कर दी है। उन्होंने कहा है कि पार्टी के जीतने के बाद उनका फोकस प्रदेश को कर्ज के जाल से मुक्ति दिलाने और वहां पर इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर होगा। इसके साथ ही उन्होंने सबसे बड़ी बात यह कह दी है कि उन्हें गवर्नर के पद में कोई दिलचस्पी नहीं है, क्योंकि इसपर रहकर वह राज्य के लिए ठीक से योगदान नहीं दे सकेंगे। उनके मुताबिक जिस संवैधैनिक पद के पास कोई शक्ति ना हो, उससे राज्य के विकास के लिए काम कर पाना उनके लिए मुश्किल होगा। हालांकि, श्रीधरन का केरल के लिए काम करने का जज्बा और भाजपा सरकार में संवैधानिक पद देने की '75 साल' की सीलिंग का पेंच जरूर फंस सकता है।
बीजेपी ही देश और राज्य का भला कर सकती है-श्रीधरन
वह कई इंटरव्यू में बता चुके हैं कि भाजपा ही प्रदेश का विकास कर सकती है। इस दौरान उन्होंने केरल के राजनीतिक गठबंधनों सत्ताधारी सीपीएम की अगुवाई वाले एलडीएफ और कांग्रेस की अगुवाई वाले यूडीएफ को भी निशाने पर लिया है। उनका साफ आरोप है कि 'ये सब अपना हित साधने में लगे हुए हैं।' मसलन, एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा है, 'डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के सिलसिले में मुख्यमंत्री और उनके कैबिनेट सहयोगियों की तस्वीरों वाला प्रचार तो है........' लेकिन, 'जमीनी स्तर पर...(परिणाम)...शून्य है।' उन्होंने कहा है, 'अगर आप केरल की स्थिति का विश्लेषण करेंगे, तो मुझे लगता है कि राज्य को सिर्फ बीजेपी ही रिजल्ट दे सकती है। सीपीएम की अगुवाई वाला एलडीएफ और कांग्रेस की अगुवाई वाला यूडीए सिर्फ अपना हित साधने के लिए काम कर रहे हैं। सिर्फ बीजेपी ही देश और राज्य की भलाई के लिए काम कर रही है।'
ट्रांसपोर्ट को सुगम बनाने में दुनियाभर में है पहचान
माना जा रहा है कि 88 वर्षीय इंजीनियर 21 फरवरी को पार्टी की 'विजययात्रा' के दौरान बीजेपी में शामिल होंगे। यह यात्रा चुनाव से पहले मतदाताओं को गोलबंद करने के इरादे से प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष के सुरेंद्रन की अगुवाई में निकल रही है। दिल्ली मेट्रो में अपने विशेष योगदान के लिए देश में मेट्रो मैन की लोकप्रियता हासिल करने वाले भारतीय इंजीनियरिंग सेवा के ये अधिकारी अभी भी देश के कई मेट्रो प्रोजेक्ट में सलाहकार का रोल निभा रहे हैं। वो अभी संयुक्त राष्ट्र के सस्टेनेबल ट्रांसपोर्ट की उच्च स्तरीय सलाहकार समूह के भी सदस्य हैं।
कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं
लोगों की यात्रा सहज और सुगम बनाने के लिए उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। 2001 में उन्हें पद्मश्री और 2008 में पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें 2005 में फ्रांस की सरकार ने Chevalier de la Légion d'honneur सम्मान दिया था और 2003 में टाइम मैगजीन ने उन्हें एशिया के एक हीरो के तौर पर पेश किया था।(तस्वीरें- फाइल)
इसे भी पढ़ें- केरल चुनाव से पहले मेट्रो मैन श्रीधरन की भाजपा सवारी के मायने?