Analysis:अब कुमार विश्वास के पास हैं सिर्फ 3 रास्ते, अंतिम विकल्प अपनाया तो बर्बाद होगी AAP
Analysis:अब कुमार विश्वास के पास हैं सिर्फ 3 रास्ते, अंतिम विकल्प अपनाया तो बर्बाद होगी AAP
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की ओर से संजय सिंह, सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता को राज्यसभा उम्मीदवार बनाए के बाद पहले से नाराज चल रहे कुमार विश्वास ने अब खुलकर बगावत कर दी है। राज्यसभा के लिए पार्टी की ओर से तीन उम्मीदवारों के नाम के ऐलान के साथ ही कुमार विश्वास ने खुद को 'शहीद' बताते हुए अरविंद केजरीवाल पर यह कहकर तंज कसा कि शहीदों के शव के साथ छेड़छाड़ नहीं की जाती है। उनका इशारा पार्टी के उन नेताओं की ओर था, जो पिछले काफी समय से उन्हें निशाने पर ले रहे थे। बहरहाल, कुमार विश्वास ने केजरीवाल के खिलाफ खुलकर बगावत तो कर दी है, लेकिन वह आगे क्या करने वाले हैं, इस बारे में उन्होंने अभी तक पत्ते नहीं खोले हैं। आइए जानते हैं इस समय कुमार विश्वास के पास हैं कौन-कौन से विकल्प?
'बदले की भावना' ले जा सकती है कुमार विश्वास को मोदी के खेमे में
कुमार विश्वास पेशे से कवि हैं और इस समय कवि के तौर पर उनका करियर जोरों से चल रहा है। ऐसे में उनके लिए यह विकल्प सबसे बेहतर है, लेकिन यहां सवाल सुकून का नहीं है। कभी-कभी संबंधों में अलगाव इंसान के भीतर बदले की भावना को भी जागृत कर देता है। ऐसी स्थिति में संभव है कुमार विश्वास अपने पुराने दोस्त अरविंद केजरीवाल को सीधे चुनौती देने का मन बना लें। ऐसे में उनके सामने बीजेपी ज्वॉइन करना सबसे बेहतर विकल्प रहेगा।
कुमार विश्वास बीजेपी में गए तो कर सकते हैं एक तीर से दो शिकार
कुमार विश्वास अगर बीजेपी ज्वॉइन करते हैं तो उनके पास दो बेहतर विकल्प हो सकते हैं। पहला- वह सक्रिय राजनीति करें और पार्टी में बड़ा पद पाकर केजरीवाल को खुली चुनौती दें। वैसे भी बीजेपी के पास दिल्ली में केजरीवाल के मुकाबले कोई कद्दावर नेता नहीं है। बीजेपी में रहकर उनके पास दूसरा विकल्प एक ये भी हो सकता है कि वह पार्टी के टिकट से राज्यसभा जाएं और साथ में कविता पाठ भी जारी रखें। वैसे भी बीजेपी और आरएसएस को लेकर कुमार विश्वास पहले से नरम रहे हैं।
राजनीति छोड़ने का ऐलान कर सकते हैं कुमार विश्वास
कुमार विश्वास अमेठी में राहुल गांधी के हाथों मिली हार के बाद से सक्रिय राजनीति से दूर हैं। वह पिछले कई वर्षों से राजनीतिक मंचों कह बजाय कवि सम्मेलनों में ही नजर आए। ऐसे में वह राजनीति छोड़कर कविता पाठ पर ही पूरा ध्यान केंद्रित करने का फैसला भी ले सकते हैं।
विश्वास ने तीसरा और अंतिम विकल्प अपनाया तो टूट जाएगी 'आप'
कुमार विश्वास के पास तीसरा और अंतिम विकल्प है नई पार्टी का गठन। अगर वह ऐसा करते हैं तो आम आदमी पार्टी से निकाले गए प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव जैसे नेताओं को एक मंच मिल जाएगा। कपिल मिश्रा पहले से केजरीवाल के खिलाफ बगावत का झंडा उठा रहे हैं। ऐसे में अगर कुमार विश्वास नई पार्टी बनाने का ऐलान करते हैं तो अरविंद केजरीवाल को बड़ा झटका दे सकते हैं।
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