मिमि चक्रवर्ती, नुसरत जहां संसद में तस्वीर खिंचवाने पर हुए विवाद को लेकर क्या बोलीं
मिमि ने कहा, "जब बदलाव आता है तो लोगों को उसे अपनाने में दिक्क़त होती है, जब युवा सांसद जीन्स और टी शर्ट पहनकर संसद जाते हैं तो कोई सवाल नहीं उठाता पर जब महिला सांसद ऐसा करती हैं तो परेशानी होती है." आलोचना के साथ-साथ दोनों अभिनेत्रियों के लिए समर्थन ज़ाहिर करनेवाले भी सामने आए. नुसरत के मुताबिक़, ये बदलाव का संकेत है, "अब व़क्त आ गया है कि लोग ये सब समझें,
लोकसभा में पहली बार चुनकर आईं तृणमूल कांग्रेस की सांसद मिमि चक्रबर्ती और नुसरत जहां ने अपने ट्रोल्स को दो-टूक जवाब दिया है.
संसद के बाहर जीन्स और टी-शर्ट पहने हुए अपनी तस्वीर खिंचवाने पर मिमि ने बीबीसी से बातचीत में कहा, "हम जीन्स और टी-शर्ट क्यों ना पहनें, हम युवा हैं."
मिमि के मुताबिक़, "लोगों को हमारे कपड़ों से इतनी परेशानी है पर उन दाग़दार सांसदों से नहीं जिनके ख़िलाफ़ आपराधिक मामले हैं, जो भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त हैं पर कपड़े संतों जैसे पहनते हैं."
मिमि चक्रबर्ती और नुसरत जहां के इन तस्वीरों को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के बाद कई लोगों ने आपत्ति जताई और यहां तक कहा कि "ये संसद है या फ़ैशन शो?".
नुसरत जहां की उम्र 29 साल है और मिमि की 30 साल. मिमि ने कहा, "मैंने हमेशा युवा वर्ग का प्रतिनिधित्व किया है, उन्हें इस पर गर्व होता होगा कि मैं वही पहनती हूं जैसे कपड़े वो पहनते हैं."
मिमि के मुताबिक़ उन्होंने अपने फ़िल्मी करीयर की ऊंचाई पर राजनीति में क़दम रखा है क्योंकि उन्हें लगता है कि युवा वर्ग ही बदलाव ला सकता है.
नुसरत के मुताबिक, चुनाव के लिए टिकट दिए जाने पर भी उनकी आलोचना हुई थी पर उनकी जीत ने सभी आलोचकों का मुंह बंद कर दिया.
नुसरत जहां तीन लाख से ज़्यादा वोट से पश्चिम बंगाल के बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र से जीती हैं.
बीबीसी से बातचीत में उन्होंने कहा, "मेरे कपड़ों का कोई महत्व नहीं है, मेरी जीत की ही तरह, वक्त के साथ मेरा काम बोलेगा, आगे की राह भी आसान नहीं होगी, पर हम तैयार हैं."
संसद में कपड़ों को लेकर कोई क़ायदा या ड्रेस कोड नहीं है.
आम तौर पर राजनीति में मर्दों के मुकाबले औरतों के कपड़ों पर ज़्यादा टिप्पणी की जाती रही है. ममता बनर्जी, जयललिता से लेकर मायावती पर सार्वजनिक तौर पर बयान दिए गए हैं.
अगर महिला फ़िल्म जगत से राजनीति में आई हो तो ये फ़र्क़ और दिखाई देता है.
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पुरुष सांसद पर बवाल क्यों नहीं?
मिमि चक्रबर्ती और नुसरत जहां टॉलीवुड की बेहद लोकप्रिय अभिनेत्रियां हैं.
मिमि ने कहा, "जब बदलाव आता है तो लोगों को उसे अपनाने में दिक्क़त होती है, जब युवा सांसद जीन्स और टी शर्ट पहनकर संसद जाते हैं तो कोई सवाल नहीं उठाता पर जब महिला सांसद ऐसा करती हैं तो परेशानी होती है."
आलोचना के साथ-साथ दोनों अभिनेत्रियों के लिए समर्थन ज़ाहिर करनेवाले भी सामने आए.
नुसरत के मुताबिक़, ये बदलाव का संकेत है, "अब व़क्त आ गया है कि लोग ये सब समझें, ये अचानक नहीं होगा पर अब शुरुआत हो गई है."
इससे पहले भी तृणमूल कांग्रेस ने फ़िल्म जगत के लोगों को टिकट दी है.
देश की सभी पार्टियों के मुक़ाबले तृणमूल कांग्रेस ने महिलाओं को सबसे ज़्यादा, चालीस फ़ीसदी टिकट दिए थे.
इन 17 महिलाओं में से चार फ़िल्मी सितारे हैं और उनमें से तीन की जीत हुई.
2014 में जीतनेवाली अभिनेत्री मूनमून सेन इस बार हार गईं.
मिमि चक्रवर्ती और नुसरत जहां के अलावा, तीन बार से संसदीय चुनाव जीतती आ रहीं शताब्दी रे भी जीत गईं.