पाकिस्तान से आई गीता को कैसा दूल्हा चाहिए?
पाकिस्तान से भारत लाई जाने वाली मूक-बधिर लड़की गीता की शादी की तैयारियां की जा रही हैं लेकिन उन्हें अभी तक कोई लड़का पसंद नहीं आया है.
उनकी शादी कराने में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज दिलचस्पी ले रही हैं. ये सुषमा स्वराज की कोशिशों का ही नतीजा था कि गीता को तक़रीबन ढाई साल पहले कराची से भारत लाया जा सका.
पाकिस्तान से भारत लाई जाने वाली मूक-बधिर लड़की गीता की शादी की तैयारियां की जा रही हैं लेकिन उन्हें अभी तक कोई लड़का पसंद नहीं आया है.
उनकी शादी कराने में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज दिलचस्पी ले रही हैं. ये सुषमा स्वराज की कोशिशों का ही नतीजा था कि गीता को तक़रीबन ढाई साल पहले कराची से भारत लाया जा सका.
कराची में ईधी फाउंडेशन गीता की देखभाल कर रही थी.
गीता की शादी में जुटीं सुषमा स्वराज
गीता 10-11 साल की थीं जब वो भारत पाकिस्तान सीमा के पास पाकिस्तान रेंजर्स को मिलीं थीं. इसके बाद उन्होंने दस साल से ज़्यादा पाकिस्तान में गुज़ारे लेकिन अभी तक ये पता नहीं चल सका है कि वो सरहद पार करके कैसे पाकिस्तान पहुंची थीं.
गीता के भारत लौटने के बाद एक प्रेस कांफ्रेंस में सुषमा स्वराज ने उन्हें 'हिंदुस्तान की बेटी' कहा था और साथ ही ये ऐलान भी किया था कि उनके परिजनों को खोजने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी.
इसके बाद उन्हें शिक्षा और कौशल हासिल करने के लिए मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में गूंगे-बहरे बच्चों के एक संस्थान में भेज दिया गया.
गीता के परिजनों का तो अभी तक पता नहीं चल सका है लेकिन सुषमा स्वराज अब उनके हाथ पीले करना चाहती हैं.
इस काम के लिए इंदौर में मूक बधिर बच्चों के लिए काम करने वाले ग़ैर सरकारी संगठन 'आनंद सर्विस सोसायटी' की मदद भी ली जा रही है.
संस्थान के प्रमुख ज्ञानेंद्र पुरोहित के मुताबिक बीते साल सुषमा स्वराज ने उनसे कहा था कि गीता के लिए कोई लड़का तलाश करें.
वो कहते हैं, "मैं एक लड़के को मैडम से मिलाने दिल्ली ले गया था और वो उन्हें बहुत पसंद भी आया था लेकिन गीता ने इनकार कर दिया. इसके बाद मैडम ने मुझसे कहा कि तलाश का दायरा बढ़ाना चाहिए."
इस लड़के का नाम सतीश गौतम है और वो भी बोल सुन नहीं सकते हैं.
उन्होंने व्हाट्सएप मैसेज में बीबीसी को बताया, "मैं पहले दिन से ही गीता के मां-बाप की तलाश में मदद करना चाहता था. जब सरकार की मदद से भी उनके परिजन नहीं मिले तो मैंने सोचा कि मैं उनसे शादी करके उन्हें परिवार दूंगा और मां-बाप को को खोजने में उनकी मदद करूंगा."
गीता करेंगी फैसला
ज्ञानेंद्र पुरोहित ने इस साल अप्रैल में अपने संस्थान के फ़ेसबुक पेज पर गीता के लिए रिश्ते का विज्ञापन पोस्ट किया. इसमें लिखा है कि 25 साल की स्मार्ट मूक बधिर लड़की गीता से जो लड़का शादी करना चाहता हो, वो उन्हें अपना बायोडाटा भेजे. फ़ैसला गीता का होगा और 'एक्शन' भारत की सरकार करेगी.
पुरोहित ने बीबीसी उर्दू को बताया कि विज्ञापन के जबाव में उनके पास बहुत से रिश्ते आए जिन्हें विदेश मंत्रालय को भेज दिया गया है.
मंत्रालय की ओर से 26 नाम ज़िला प्रशासन को भेजे गए जिनमें से 15 को गीता ने चुना.
'सात और आठ जून को हमने ज़िला प्रशासन की मदद से उन लड़कों को गीता से मिलने के लिए बुलाया था लेकिन सिर्फ़ छह ही आए जिनमें से फिलहाल गीता ने किसी को पसंद नहीं किया.'
इंदौर में समाज कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक बीसी जैन ने बीबीसी को बताया कि 'गीता ने विदेश मंत्री के सामने शादी की इच्छा जताई थी.
आख़िरी फ़ैसला गीता का होगा. लड़का ऐसा हो जो कमाता हो और उसकी देखभाल कर सके.'
लेकिन ये पूछे जाने पर कि क्या गीता से मुलाक़ात पर कोई पाबंदी है उन्होंने कहा, "विदेश मंत्रालय या ज़िला प्रशासन की अनुमति लेकर आइये मुलाक़ात हो जाएगी."
तो सवाल ये है कि गीता कैसे लड़के से शादी करना चाहती हैं? ज्ञानेंद्र पुरोहित के मुताबिक गीता की ज़्यादा दिलचस्पी अपने माता-पिता को खोजने में है इसलिए वो ऐसे लड़के से शादी करेंगी जो उनकी तलाश में मदद कर सके.
लेकिन जब गीता लड़कों से मिलीं तो उन्होंने किस तरह के सवाल पूछे? पुरोहित के मुताबिक गीता ने लड़कों से पूछा कि आपका घर कितना बड़ा है, परिवार में और कौन-कौन है? आपकी आमदनी कितनी है, घर अपना है या किराए का? आपके पास गाड़ी है या स्कूटर?
पुरोहित के मुताबिक गीता के मन में ये है कि लड़का ख़ूबसूरत और स्मार्ट हो, उन्हें ख़ुश रख सके. काम पर लगा हो और उनकी देखभाल कर सके. पसंद गीता की होगी और अनुमति मैडम देंगी.
प्रस्तावित दूल्हों से मुलाक़ात के बाद गीता ने इशारों में कहा कि 'लड़के अच्छे हैं लेकिन मुझे सोचने के लिए और वक़्त चाहिए.'
शादी के लिए दिलचस्पी दिखाने वालों में एक सरकारी कर्मचारी भी हैं जो गीता की तरह ही बोल और सुन नहीं सकते.
बीते साल जुलाई में गीता अचानक अपने हॉस्टल से ग़ायब हो गईं थीं लेकिन पुलिस ने कुछ ही देर में उन्हें तलाश कर लिया था.
उस वक़्त गीता से मुलाक़ात के बाद सुषमा स्वराज ने कहा था कि वो मंदिर जाने के लिए हॉस्टल से निकलीं थीं और अगर वो शादी करना चाहती हैं तो हम उनकी मदद करेंगे.