'ये गरीबी क्या है?': वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राहुल गांधी का 8 साल पुराना बयान याद कर कसा तंज
नई दिल्ली, 11 फरवरी। संसद में बजट सत्र की कार्यवाही जारी है, शुक्रवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्माला सीतारमण ने राज्यसभा में राहुल गांधी का नाम लिए बिना विपक्ष पर पर निशाना साधा। निर्माला सीतारमण ने पूछा कि विरोधी किन गरीब लोगों का जिक्र कर यह बोल रहे हैं कि बजट 2022 में उनका ध्यान नहीं रखा गया। उन्होंने साल 2013 में दिए राहुल गांधी के एक बयान का जिक्र करते हुए कहा कि गरीबी एक मन की स्थिति है और पूछा कि क्या कांग्रेस यही चाहती है कि बजट में इसे दिखाया जाए? बता दें कि गुरुवार को लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने बजट को गरीब विरोधी बताते हुए केंद्र सरकार पर हमला किया था।

इसी का जवाब देते हुए आज (11 फरवरी) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसाभ में विपक्ष से कहा, 'कृपया स्पष्ट करें, क्या यह वह गरीबी है जिसे आप मुझे समझाना चाहते हैं, मन की गरीबी?' गौरतलब है कि शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी बजट 2022 का विरोध जताते हुए कहा कि वित्त मंत्री गरीब लोगों का मजाक उड़ा रही हैं। इस पर पलटवार करते हुए सीतारमण ने कहा, 'मैं गरीब लोगों का मजाक नहीं उड़ा रही हूं। जिस व्यक्ति ने गरीब लोगों का मजाक उड़ाया था, आप उसकी पार्टी के साथ गठबंधन में हैं।'
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इस बीच राज्यसभा के उपसभापति ने कहा कि केवल सीतारमण का भाषण ऑन रिकॉर्ड होगा। सीतारमण ने आगे कहा, 'मुझे आश्चर्य है कि एक सोच वाली महिला कह रही है कि मैं गरीबों का मजाक उड़ा रही हूं जबकि उनकी पार्टी उनकी पार्टी के साथ गठबंधन में है। यह मेरा बयान नहीं है। मैंने केवल उस व्यक्ति के भाषय को याद दिलाया है। एक तमिल कहावत का सहारा लेते हुए सीतारमण ने कहा कि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन सभी ने बचाव करना शुरू कर दिया। सीतारमण ने कहा, 'अगर आप तमिल कहावत का मोटा-मोटा अनुवाद चाहते हैं, तो बारिश के मौसम में कोई नहीं जानता कि मेंढक कहां है, लेकिन क्रॉक-क्रॉक की आवाज बंद नहीं होती।