PM मोदी ने भाषण में किया इस दुर्लभ फूल का जिक्र, जानें क्यों है खास
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नई दिल्ली। पूरा भारत आज अपना 72वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, इस मौके पर आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर पांचवी बार तिरंगा फहराया। इसके बाद देश को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि आज भारत नई ऊंचाईयों को पार कर रहा है, आज का सूर्योदय नए उत्साह को लेकर आया है, हमारे देश में 12 साल में एक बार नीलकुरिंज का पुष्प उगता है, इस साल ये पुष्प तिरंगे के अशोक चक्र की तरह खिल रहा है।
जिसके बाद हर किसी के जेहन में यही सवाल है कि आखिर नीलकुरिंज का पुष्प कैसा होता है, जिसका जिक्र पीएम मोदी ने किया, तो चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से...
नीलकुरिंजी या कुरिंजी पौधा
दरअसल नीलकुरिंजी या कुरिंजी (Strobilanthes kunthiana) दक्षिण भारत के पश्चिम घाट के 1800 मीटर से ऊंचे शोला घास के मैदानों में बहुतायत से उगने वाला एक पौधा है। नीलगिरी पर्वत को अपना नाम इन्हीं नीले कुरंजी के पुष्पों से आच्छादित होने के कारण मिला है।
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12 वर्षों में एक बार ही फूल खिलता है
यह पौधा 12 वर्षों में एक बार ही फूल देता है, इस से ही लोग इस पौधे की आयु का अनुमान लगाते हैं। देखने में ये फूल बहुत ही सुंदर और सुगंधित होता है।
आजादी के बाद ये फूल 6 बार खिला है
ये फूल इस साल खिला है और इसी वजह से पीएम मोदी ने अपने भाषण में इसका जिक्र किया है। भारत आज 72वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है और आजादी के बाद से अभी तक यह फूल सिर्फ 6 बार ही खिला है। पिछली बार यह फूल 2006 में खिला था, अब 2018 में खिल रहा है।
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