जानिए क्या है ट्विटर को टक्कर देने वाला Koo App और क्या है इसकी खासियत
नई दिल्ली। विदेशी ऐप्स को लेकर भारत में विकल्प की तलाश जोरों पर है। चीनी ऐप वी चैट और व्हाट्सऐप की जगह टेलीग्राम ने ली तो इसी क्रम में ट्विटर की जगह लेने Koo App आ गया है। इस ऐप ने तहलका मचा दिया है और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इसपर अकाउंट भी बना लिया है। इतना ही नहीं कई मंत्री इसका यूज भी करने लगे हैं। इस ऐप की चर्चा पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में भी किया था। इस ऐप ने आत्मनिर्भर भारत एप्लीकेशन चैलेंज में भी हिस्सा लिया था। आपको बता दें कि बीते कुछ समय से ट्विटर और भारत सरकार के बीच अनबन चल रही है। इसके बाद कू ऐप का आना सीधे तौर पर ट्विटर को टक्कर माना जा रहा है। तो आइए विस्तार से जानते हैं क्या है ये ऐप और एंड्रॉयड-आईफोन पर कैसे करें इसे डाउनलोड।
क्या है Koo App और क्या है इसकी खूबियां
ट्विटर की तरह ही कू भी एक माइक्रोब्लॉगिंग ऐप है। साफ शब्दों में कहें तो ये एक मेड इन इंडिया ट्विटर है। यह आठ भारतीय भाषाओं में उपलब्ध हैं। इसमें हिंदी और अंग्रेजी भी शामिल हैं। कू ऐप को ऐप और वेबसाइट की तरह प्रयोग किया जा सकता है। इसका भी इंटरफेस ट्विटर जैसा ही है। इसमें शब्दों की सीमा 350 है। इस ऐप को यूज करने वाले यूजर फोटो, ऑडियो, वीडियो और लिखित कंटेंट शेयर कर सकते हैं। इस ऐप को भारत की आवाज कहा गया है।
ट्विटर और Koo App में है ये अंतर
ट्विटर और कू ऐप में एक बड़ा अंतर है। ट्विटर अकाउंट बनाने के लिए आपको सिर्फ एक ईमेल आईडी चाहिए जबकि कू ऐप लॉगइन करने के लिए वैलिड मोबाइल नंबर की जरूरत होती है। जब आप पहली बार कू ऐप डाउनलोड करेंगे तो आपको ओटीपी के माध्यम से मोबाइ नंबर वैरिफाई करना होगा। ऐप एंड्रॉइड, आईओएस पर उपलब्ध है और इसे वेब ब्राउज़र पर भी एक्सेस किया जा सकता है।
ऐसे करें Koo App डाउनलोड
कू ऐप को आप गूगल प्ले स्टोर और एप्पल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इसे आईफोन और एंड्रॉयड डिवाइस दोनों पर डाउनलोड किया जा सकता है। गूगल प्लेस्टोर पर इसकी रेटिंग 417 स्टार है तो वहीं आईओएस पर इसकी रेटिंग 411 स्टार है। इस ऐप को अबतक 215 मिलियन डाउनलोड मिल चुके हैं। उल्लेखनीय है कि इंफोसिस के मोहनदास पाई की 3one4 कैपिटल की ओर से Koo App ने अपनी सीरीज ए फंडिंग के हिस्से के रूप में 30 करोड़ रुपये जुटाए हैं। वहीं इससे पहले कू को ऐक्सेल पार्ट्नर्ज, कालारी कैपिटल, ब्लूम वेंचर्ज और ड्रीम इंक्युबेटर से भी फंडिंग मिल चुकी है। इस ऐप के सीईओ अप्रमेय राधाकृष्ण हैं।