कोरोना से जंग लड़ रहे देश में 'बर्ड फ्लू' की दहशत: जानिए खतरनाक वायरस के लक्षण,बचाव और इलाज के बारे में सब कुछ
Read Bird Flu Symptoms, Treatment, Prevention and Everything about Avian influenza: कोरोना से जंग लड़ रहे भारत के लिए 'बर्ड फ्लू' ( Bird Flu) बड़ी परेशानी बन गया है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल के बाद अब केरल में 'बर्ड फ्लू' से दहशत मच गई है। इसी वजह से राज्य सरकारों ने हाई अलर्ट जारी किया है तो वहीं केरल ने इसे राजकीय आपदा घोषित कर दिया है। मालूम हो कि मंगलवार को 'बर्ड फ्लू' ( Bird Flu) के बढ़ते मामलों को देखते हुए केरल सरकार ने कोट्टायम (Kottayam) और अलप्पुझा (Alappuzha) जिलों के कुछ हिस्सों में हाई अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में बड़े स्तर पर बर्ड फ्लू के मामलों की पुष्टि हुई है और लोगों से चिकन ना खाने और पक्षियों से दूर रहने की अपील की गई है। आपको बता दें कि साल 2016 में भी इस बीमारी ने देश में काफी कहर बरपाया था।
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चलिए विस्तार से जानते हैं इस बीमारी के बारे में...
क्या है 'बर्ड फ्लू' ( Bird Flu)
दरअसल 'बर्ड फ्लू' ( Bird Flu) के नाम से जानी जाने वाली यह बीमारी एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस एच5एन 1 के कारण होती है। ये वायरस बहुत ज्यादा खतरनाक है,ये अपनी चपेट में आए इंसानों और पक्षियों को बहुत अधिक प्रभावित करता है। बर्ड फ्लू इंफेक्शन चिकन और बत्तख की प्रजाति जैसे पक्षियों को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। इससे इंसान और पक्षियों की मौत तक हो सकती है इसलिए इसके प्रति काफी सावधान रहने की जरूरत है।
कैसे इंसान होता है संक्रमित
अक्सर इंसान इस घातक बीमारी की चपेट में तब आता है, जब वो वायरस से संक्रमित मुर्गियों या अन्य पक्षियों के संपर्क में आ जाता है, दूसरे शब्दों में कहा जा सकता है कि ये बीमारी मुर्गी की अलग-अलग प्रजातियों के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संपर्क आने पर फैलती है, फिर चाहे मुर्गी जिंदा हो या मरी हुई हो। इंसानों में ये वायरस उनकी आंखों, मुंह और नाक के जरिए फैलता है।
'बर्ड फ्लू' के लक्षण
- बुखार,
- खांसी,
- हमेशा कफ रहना
- नाक बहना
- सिर में दर्द रहना
- गले में सूजन
- मांसपेशियों में दर्द
- दस्त होना
- उल्टी-उल्टी सा महसूस होना
- पेट के निचले हिस्से में दर्द रहना
- सांस लेने में समस्या,
- सांस ना आना,
- सीने में दर्द
- हमेशा थकान महसूस करना
- जोड़ों में दर्द
- शरीर में दर्द
- ठंड महसूस होना
- लापरवाही ना बरतें, हमेशा डॉक्टर के संपर्क में रहें।
क्या बरतें सावधानियां
- मरे हुए पक्षियों से दूर रहें अगर आपके आस-पास किसी पक्षी की मौत हो जाती है तो इसकी सूचना संबंधित विभाग को दें।
- 'बर्ड फ्लू' वाले एरिया में नॉनवेज ना खाएं जहां से नॉनवेज खरीदें।
- सफाई का पूरा ध्यान रखें।
- मास्क पहनकर बाहर निकलें।
- चिकन या अंडा खाने से बचें
- समय-समय पर अपने हाथ साबुन-पानी से धोते रहें।
- डॉक्टर्स की सलाह के बाद इंफ्लूएंजा का टीका लगवाइए।
इलाज
- एंटीवायरल ड्रग ओसेल्टामिविर (टैमीफ्लू) (oseltamivir (Tamiflu) ) और ज़ानामिविर (रेलेएंजा) (zanamivir (Relenza)) से किया जाता है इस घातक बीमारी का का इलाज।
- इस वायरस को कम करने के लिए पूरी तरह आराम करना चाहिए।
- हेल्दी डायट लेनी चाहिए जिसमें अधिक से अधिक लिक्विड हो।
- बर्ड फ्लू अन्य लोगों में ना फैले इसके लिए मरीज को एकांत में रखना चाहिए।
- लोगों के संपर्क में आने से बचें।
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