क्या है एयर स्ट्राइक, जिसके जरिए भारतीय वायुसेना ने तबाह किए जैश के ठिकाने
जानिए क्या है एयर स्ट्राइक, जिसके जरिए भारतीय वायुसेना ने आज तबाह किए जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने और ढेर किए कई आतंकी।
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नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पुलवामा (Pulwama Terror Attack) में हुए आतंकी हमले के ठीक 12 दिन बाद भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) ने पाकिस्तान के बालाकोट (Balakot) में मिराज विमानों के जरिए बमबारी कर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish E Mohammed) के कंट्रोल रूम सहित कई ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया है। भारतीय वायुसेना के सूत्रों के हवाले से खबर है कि मिराज विमानों (Mirage 2000 Jets) ने पीओके में स्थित आतंकी ठिकानों के ऊपर 1000 किलो बम गिराए। बताया जा रहा है कि भारत की इस कार्रवाई में बड़ी संख्या में आतंकी मारे गए हैं। इस पूरी कार्रवाई को 'एयर स्ट्राइक' (Air Strike) का नाम दिया जा रहा है। आइए जानते हैं कि क्या है एयर स्ट्राइक, जिसके जरिए भारत ने पीओके में छिपे बैठे आतंकी ठिकानों को तबाह किया।
एयर स्ट्राइक में किन हथियारों से होता है हमला?
एयर स्ट्राइक, सर्जिकल स्ट्राइक का ही एक पार्ट है, जिसके तहत हवाई हमले के जरिए दुश्मन के घर में घुसकर उसके ठिकानों पर हमला किया जाता है। एयर स्ट्राइक की आधिकारिक परिभाषा में सभी तरह के टारगेट शामिल होते हैं, जिनमें दुश्मन के हवाई ठिकाने भी हैं। हालांकि एयर स्ट्राइक के जरिए ज्यादातर जमीन और नौसैनिक ठिकानों पर सामरिक हमले किए जाते हैं। एयर स्ट्राइक में लड़ाकू विमानों, बमवर्षक विमानों, ग्राउंड अटैक एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर शामिल रहते हैं। एयर स्ट्राइक में जो हथियार इस्तेमाल होते हैं, वो एयरक्राफ्ट कैनन से लेकर मशीन गन, एयर लॉन्च मिसाइल और क्रूज मिसाइल तक हो सकते हैं। इसके अलावा अगल-अलग तरह के बम, ग्लाइड बम और लेजर गाइडेड बम का भी इस्तेमाल किया जाता है। एयर स्ट्राइक को आमतौर पर ट्रेंड ऑब्जवर्स और जवानों के जरिए एक कुशल रणनीति के तहत अंजाम दिया जाता है।
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सबसे पहले कहां हुई एयर स्ट्राइक?
1 नवंबर 1911 को इटली के एविएटर सेकेंड लेफ्टिनेंट गिउलिओ गावोटी ने लीबिया में दो तुर्की के कब्जे वाले ठिकानों पर चार बम गिराए थे। इटालो-तुर्की युद्ध के दौरान हुई इस कार्रवाई को दुनिया की पहली एयर स्ट्राइक कहा गया। इसके बाद प्रथम विश्व युद्द में एयर स्ट्राइक का काफी इस्तेमाल हुआ। उदाहरण के तौर पर 1915 में नीवे चापले की लड़ाई में एयर स्ट्राइक के तहत ब्रिटिश सेना ने जर्मन रेल कम्युनिकेशन के ऊपर बम गिराए। हालांकि द्वितीय विश्व युद्ध तक इसे कोई आधिकारिक नाम नहीं मिला था। इसके बाद ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी ने सबसे पहले एयर स्ट्राइक शब्द का इस्तेमाल किया।
भारत ने पीओके में घुसकर की एयर स्ट्राइक
आपको बता दें कि मंगलवार को सुबह करीब 3:30 बजे भारतीय वायुसेना के फाइटर जेट्स की तरफ से लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पार करके जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर हमला कर पाकिस्तान में खलबली मचा दी है। सरकार से जुड़े सूत्रों के मुताबिक 26 फरवरी की सुबह करीब 3:30 बजे इंडियन एयरफोर्स के मिराज 2000 फाइटर जेट्स ने एलओसी पर स्थित आतंकी ठिकानों पर कई हमले किए और इन्हें पूरी तरह से नष्ट कर दिया। जेट्स पूरी तरह से सुरक्षित अपनी सीमा में वापस आ गए हैं। सूत्रों के हवाले से खबर है इस कार्रवाई में करीब 200 से 300 आतंकियों के मारे जाने की खबर है। वहीं, जैश का कंट्रोल रूम में भारतीय वायुसेना के हमले में तबाह हो गया है।
21 मिनट तक वायुसेना ने गिराए बम
हालांकि पहले पाकिस्तान की ओर से इस दावे को पूरी तरह से नकार दिया गया, लेकिन भारत की ओर से इस दावे की पूरी तरह से पुष्टि कर दी गई है। सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक आईएएफ के जेट्स करीब 21 मिनट तक पीओके में रहे और यहां पर उन्होंने अलग-अलग समय पर आतंकियों पर बम गिराए। आईएएफ के मिराज फाइटर जेट्स ने मुजफ्फराबाद से 24 किलोमीटर दूर नॉर्थ वेस्ट में स्थित बालाकोट में 3:45 से 3:53 बजे तक हमला किया। इस दौरान जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के ट्रेनिंग सेंटर्स पर बम गिराए गए। जेट्स का दूसरा ग्रुप 3:48 मिनट से 3:55 बजे तक मुजफ्फराबाद में हमले कर रहा था। इसके साथ ही 3:58 मिनट से 4:04 बजे तक चाकोटी में हमले किए गए।
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