जानिए नागपंचमी की पूजा के बाद क्या हाल होता है सांपों का?
नई दिल्ली। आज नागपंचमी का त्योहार है, उत्तर भारत में आज के दिन सुबह से ही नाग देवता की पूजा की जा रही है तो कहीं-कहीं पर नाग को दूध पिलाया जा रहा है। बेहद ही विषैले माने जाने वाले इस जीव पर आज फूल-माला चढ़ाए जा रहे हैं, देश के कई इलाकों में।
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लेकिन कभी आपने सोचा है कि आखिर नाग पंचमी के बाद सर्पों का होता है क्या, नहीं तो आज हम आपको बताते हैं। नागपंचमी के बाद के सर्पों के साथ काफी बेरहमी भरा सलूक होता है, जिसे सुनकर आपका दिल भी दहल जाएगा।
सपेरे जल्लाद बन जाते हैं
दरअसल नागपंचमी आने से पहले ही सांप को पकड़ने वाले लोग काफी एक्टिव पोजिशन में आ जाते हैं, ये लोग जंगल से सांपों को पकड़कर सपेरों को मुंह-मांगे दामों में बेचते हैं। उसके बाद सपेरे, सांपों के लिए जल्लाद बन जाते हैं। वो जहरीले सांपों के दातों को तोड़ देते हैं, जिससे सांपों का मुंह पूरी तरह से घावों से भर जाता है।
सांप ज्यादा दूध नहीं पीता
इसलिए जब नागपंचमी में वो चोटिल सांप को लोगों के सामने लाते हैं तो सांप ज्यादा दूध नहीं पीता है, लोगों को लगता है कि सांप को उनकी पूजा रास नहीं आई जबकि सच्चाई ये होती है कि वो इतना चोटिल होता है कि कुछ खा-पी नहीं सकता है।
लोगों से पैसे एठेंते हैं
सपेरे मनगढ़ंत कहानी कहकर लोगों को उल्लू बनाते हैं औऱ पैसे एठेंते है, ये सब बस आज के दिन होता है। वैसे भारत के कई इलाकों में तो सपेरे पूरे सावन माह में शिव जी का दूत सांप को बताकर लोगों से पैसे एठेंते हैं।
अधिकांश सांप कुछ ही दिन में तड़प कर मर जाते हैं
नाग पंचमी के बाद नाग पंचमी पर मोटी कमाई करने के बाद जब बीमार सांप सपेरों के काम का नहीं रह जाता है, तो वे उसे खुले मैदान या दूर दराज़ के इलाकों में ऐसे ही छोड़ देते हैं। विष दांत तोड़ दिये जाने की वजह से घायल अवस्था में अधिकांश सांप कुछ ही दिन में भूख-प्यास से तड़प कर मर जाते हैं।
सांप दूध पीना पसंद नहीं करता
डिस्कवरी चैनल के मुताबिक सांप दूध पीना पसंद नहीं करता है क्योंकि ये उसे पचता नहीं है, ये बात भी सपेरे जानते हैं लेकिन वो जानबूझकर नागपंचमी पर लोगों से दूध की डिमांड करते हैं, जिससे सांप की आड़ में वो खुद दूध का सेवन कर सकें।