ट्रैक्टर मार्च के दौरान सबसे पहले बैरिकेड तोड़ने के आरोपी सतनाम सिंह पन्नू ने लाल किले की घटना पर क्या कहा?
नई दिल्ली। दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन किसानों द्वारा निकाली गई ट्रैक्टर रैली हिंसक झड़प में बदल गई। पूरी दिल्ली में किसानों ने खूब बवाल काटा और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। किसानों ने ट्रैक्टर रैली को तय रूट से ना ले जाकर अन्य मार्गों से निकाला इस दौरान किसानों ने तमाम बैरिकेड तोड़ डाले। किसानों ने दिल्ली के प्रमुख आरटीओ चौराहे और लाल किले पर भी खूब बवाल काटा।

खबर के अनुसार सर्वप्रथम बैरिकेड को तोड़ने और लाल किले पर उत्पात को अंजाम देने में किसान मजदूर संघर्ष कमिटी के सदस्य सतनाम सिंह पन्नू का नाम सामने आया है। पन्नू को ही सर्वप्रथम बैरिकेड तौड़ने और लाल किले पर हुई हिंसा के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है। वहीं पन्नू ने इस हिंसा और किसान आंदोलन को कलंकित करने के पीछे बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है।
Farmers Tractor rally:पहले से थी साजिश की भनक तो चुप क्यों रहे किसान नेता ?
किसान मजदूर संघर्ष कमिटी के सदस्य सतनाम सिंह पन्नू और उसके अन्य सदस्य जो दिल्ली बॉर्डर पर कृषि कानूनों को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल थे, ही दिल्ली बॉर्डर के इलाके मुकारबा चौक पर बैरिकेड तोड़ने के लिए जिम्मेदार थे। पन्नू ने ट्रैक्टर रैली के दौरान किसानों द्वारा बदले गए रूट को लेकर कहा है कि किसानों द्वारा रास्ता बदलना अघोषित नहीं था।
उन्होंने कहा, "हमने पहले ही ऐलान किया था कि हम आउटर रिंग रोड पर जाएंगे। संयुक्त किसान मोर्चे ने भी पहले यही ऐलान किया था। बाद में संयुक्त किसान मोर्चा पीछे हटा। हमने पुलिस के रोकने के बाद बैरीकेड्स तोड़े। हम तो पुलिस से कह रहे थे कि हम शांतिपूर्ण तरीके से आउटर रिंग रोड जाएंगे।" उन्होंने आगे कहा, "लाल किले पर जाने के लिए हम जिम्मेदार नहीं हैं। लाल किले पर जो हुआ उसका जिम्मेदार दीप सिद्धू है। दीप सिद्धू सरकार का आदमी है। पुलिस ने उसे क्यों नहीं रोका। इसमें मेरा कोई हाथ नहीं है। हम रिंग रोड से वापस आ गए थे।" गौरतलब है दीप सिद्धू पंजाबी एक्टर और सामाजिक कार्यकर्ता हैं।