"मैं नरेंद्र दामोदरदास मोदी, भारत के प्रधानमंत्री के रूप में" कहां से ली गई शपथ की ये भाषा?
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नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी आज दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। आजाद भारत के इतिहास में मोदी पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी पीएम हैं जो लगातार दूसरी बार इस पद पर आसीन हुए हैं। पीएम मोदी और उनकी कैबिनेट के मंत्रियों को आज राष्ट्रपति पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। इस शपथ ग्रहण समारोह के लिए बिमस्टेक में सात एशियाई देशों के प्रतिनिधि और राष्ट्राध्यक्ष भी दिल्ली पहुंचे हैं। नरेंद्र मोदी और उनकी कैबिनेट आज शाम सात बजे शपथ लेगी। राष्ट्रपति भवन में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के साथ ही नई सरकार का कार्यकाल का आरंभ हो जाएगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस समय वह शपथ लेंगे, उस समय संविधान में लिखी किन बातों को दोहराएंगे। जानिए प्रधानमंत्री और उनकी कैबिनेट के मंत्री अपनी शपथ में क्या कहेंगे।
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प्रधानमंत्री और मंत्रियों की शपथ
संविधान की तीसरी अनुसूची में वह शपथ दी गई है जिसे प्रधानमंत्री और उनके कैबिनेट मिनिस्टर्स राष्ट्रपति के सामने दोहराते हैं। शपथ कुछ इस तरह से होती है, 'मैं (प्रधानमंत्री या संबधित कैबिनेट मंत्री का नाम), ईश्वर की शपथ लेता हूं/सत्यनिष्ठा से प्रतिज्ञान करता हूं कि मैं विधि द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूंगा, मैं भारत की प्रभुता और अखंडता अक्षुण्ण रखूंगा, मैं संघ के प्रधानमंत्री/मंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों का श्रद्धापूर्वक और शुद्ध अंतःकरण से निर्वहन करूंगा तथा मैं भय या पक्षपात, अनुराग या द्वेष के बिना, सभी प्रकार के लोगों के प्रति संविधान और विधि के अनुसार न्याय करूंगा।'
हिंदी और अंग्रेजी में शपथ
26 मई 2014 को पहली बार मोदी ने पीएम पद की शपथ ली थी। उनके शपथ लेने के साथ ही वह देश के 15वें प्रधानमंत्री के तौर पर नियुक्त हुए थे। उस समय राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मोदी के अलावा 45 और मिनिस्टर्स को शपथ दिलाई थी। मोदी समेत 36 मंत्रियों ने हिंदी में तो 10 मंत्रियों ने इंग्लिश में शपथ ली थी।
बीजेपी सबसे बड़ा दल
पीएम मोदी की अगुवाई में बीजेपी को इन लोकसभा चुनावों में 305 सीटें मिली हैं। वहीं अगर बात एनडीए गठबंधन की करें तो यह आंकड़ा 352 का है। जहां पीएम मोदी पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी नेता है जो लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री नियुक्त हो रहे हैं। इसके अलावा सन् 1971 के बाद से देश में यह पहला मौका है जब लगातार किसी पीएम को इतने भारी बहुमत के साथ जनता ने संसद पहुंचाया है।
बिमस्टेक लीडर्स पहुंचे दिल्ली
पीएम मोदी ने जहां पिछली बार शपथ ग्रहण समारोह के लिए सार्क संगठन के सदस्य देशों को आमंत्रित किया था तो इस बार उन्होंने आठ देशों के समूह बिमस्टेक को चुना है। शपथ ग्रहण समारोह पर एशिया के कई नेता दिल्ली में होंगे। वहीं इस बात पाकिस्तान का नाम मेहमानों की लिस्ट से गायब है। साल 2014 में पीएम मोदी के बुलावे तत्कालीन पाक पीएम नवाज शरीफ पहली बार भारत आए थे और उस समय दोनों का हैंडशेक काफी चर्चा का विषय बना था।