चुनाव नतीजों को लेकर क्या कहते हैं सितारे, जानें काशी के ज्योतिषियों की राय
नई दिल्ली- एग्जिट पोल (Exit Polls) के नतीजे तो केंद्र में दोबारा मोदी सरकार की वापसी की हामी भर रहे हैं, इसलिए काउंटिंग के एक दिन पहले ज्योतिषियों (astrologers) की राय जान लेना भी जरूरी है। हालांकि, एग्जिट पोल की तरह ही यहां भी अलग-अलग ज्योतिषियों की राय बंटी हुई लगती है। हम यहां काशी के कुछ पंडितों की भविष्यवाणियों की चर्चा कर रहे हैं।
एग्जिट पोल के अनुमानों पर फिर सकता है पानी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी (Varanasi)के कुछ ज्योतिषियों (astrologers) की मानें तो शनि, राहु और गुरु मिलकर एग्जिट पोल के अनुमानों पर पानी फेर सकते हैं। इसके चलते केंद्र में नई सरकार बनाने में कुछ मुश्किलें आ सकती हैं। वाराणसी के कुछ ज्योतिषियों के अनुसार, ग्रहों की यह स्थिति भारतीय जनता पार्टी (BJP) को लोकसभा में सबसे बड़ी पार्टी तो बना सकती है, लेकिन हो सकता है कि पार्टी जादुई आंकड़े तक पहुंचने में पिछड़ जाए।
सपा-बसपा का हो सकता है बड़ा रोल
काशी के पंडित ऋषि द्विवेदी के मुताबिक, ग्रहों की स्थिति के कारण लोकतंत्र में अस्थिरता नजर आती है और इसका असर चुनाव परिणामों में भी देखने को मिलेगा। उनका दावा है कि ग्रहों की इस स्थिति के चलते कोई भी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी। वो बताते हैं कि एनडीए (NDA) को 220 से 240 सीटें तक मिल सकती हैं, जिसमें बीजेपी के पास अकेले 140 से 160 सीटें तक आ सकती हैं। जबकि, उन्होंने यूपीए (UPA) के खाते में 110 से 140 सीटें जाने की भविष्यवाणी की है। यही नहीं ऋषि द्विवेदी को ये भी लगता है कि सरकार के गठन में महागठबंधन यानी सपा (SP)nऔर बसपा (BSP)भी महत्वपूर्ण रोल निभा सकती हैं।
कांग्रेस के लिए इस बार भी दिल्ली दूर
पंडित दीपक मालवीय ने भी यह संभावना जताई है कि इस बार सरकार बनाने में परेशानियां आ सकती हैं। वो तो कहते हैं कि नरेंद्र मोदी का निजी भविष्य भी ऐसा ही संकेत दे रहा है कि अबकी बार सरकार बनाने के लिए उन्हें समझौते करने पड़ सकते हैं। मालवीय जी कहते हैं, 'पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, मेघालय, मिजोरम, आंध्र प्रदेश और केरल की पार्टियां सरकार गठन के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगी।' कांग्रेस के बारे में उनकी भविष्यवाणी है कि पार्टी अपनी स्थिति मजबूत करेगी और उसका वोट शेयर भी बढ़ेगा। लेकिन, दिल्ली की कुर्सी उससे दूर ही रहेगी। ज्योतिषी गणेश प्रसाद मिश्र भी बाकी दोनों ज्योतिषियों (astrologers) की भविष्यवाणियों से सहमत हैं। वे तो यह भी कहते हैं कि ग्रहों की दशा के कारण 16वीं लोकसभा के कई चेहरे 17वीं लोकसभा में नहीं दिखाई पड़ेंगे।
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