भाजपा के शीर्ष नेताओं पर जानिए CBI ने क्या आरोप लगाए हैं?
जानिए भाजपा के शीर्ष नेताओं पर बाबरी विध्वंश में सीबीआई ने क्या आरोप लगाए हैं, इन तमाम नेताओं के खिलाफ शुरु हो गया है मुकदमा
लखनऊ। बाबरी विध्वंश के आरोप में सीबीआई ने मंगलवार को सीबीआई की विशेष अदालत में लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और कल्याण सिंह के खिलाफ चार्जशीट दायर की और इनके खिलाफ आरोप लगाए है। सीबीआई द्वारा दायर चार्जशीट के आधार पर कोर्ट ने इन तमाम आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चलाए जाने के लिए पर्याप्त आरोप होने की बात कही है। यह चार्जशीट 8 अक्टूबर 1993 में दायर की गई चार्जशीट के आधार पर तैयार की गई है। सीबीआई ने जो चार्जशीट दायर की है वह 54 पेज की है, इस चार्जशीट में कई कई भाजपा नेताओं के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं, आईए डालते हैं एक नजर कि इन नेताओं पर क्या आरोप लगाए गए हैं।
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कल्याण सिंह पर आरोप
चार्जशीट के पेज नंबर 25 में सीबीआई ने आरोप लगाया है कि 24 जून 1991 को मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद कल्याण सिंह ने मुरली मनोहर जोशी समेत कई नेताओं व कैबिनेट के मंत्रियों संग अयोध्या का दौरा किया था, जहां पर इन लोगों ने राम मंदिर निर्माण की शपथ ली थी। चार्जशीट में कहा गया है कि कल्याण सिंह ने कहा था कि वह उनके मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान मंदिर को बनने से कोई नहीं रोक सकता है।
कल्याण सिंह ने सेना को नहीं भेजा
पेज नंबर 28-29 में सीबीआई कहती है कि गुजरात में बजरंग दल के सदस्यों ने ट्रेनिंग ली और मस्जिद को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा। आखिरी दिन की ट्रेनिंग 10 अक्टूबर 1991 को हुई। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि इसी मकसद से कल्याण सिंह ने 2.77 एकड़ की जमीन अक्टूबर 1991 को अयोध्या में पर्यटन के विकास के नाम पर ली अधिग्रहित की थी। वहीं पेज नंबर 41 में चार्जशीट में कहा गया है कि कल्याण सिंह को मुख्यमंत्री के तौर पर यह पता था कि पैरामिलिट्री फोर्सेस दंगे से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार थी, केंद्र सरकार के कई बार अपील के बाद भी इसे घटनास्थल पर तैनात नहीं किया गया है, जोकि षड़यंत्र के तहत किया गया है।
बाबरी मस्जिद को बताया था गुलामी का चिन्ह
पेज नंबर 45 में कहा गया है कि कल्याण सिंह ने कई बयान दिए जो साफ इशारा करते हैं कि वह विवादित ढांचे को गिराने के लिए लोगों को उकसा रहे थे। 5 मई 1993 को कल्याण सिंह ने बाराबंगी में कहा था गोली ना चलाने का आदेश उनके द्वारा ही जारी किया गया था और उसी वजह से प्रशासन का कोई अधिकारी दोशी नहीं माना जाएगा। 28 मार्च 1993 को कल्याण सिंह ने लखनऊ में कहा कि विवादित ढांचे की सुरक्षा ना कर पाने का उन्हें कोई अफसोस नहीं है, क्योंकि वे 464 साल पुराना गुलामी का चिन्ह था।
लालकृष्ण आडवाणी पर आरोप
सीबीआई ने अपनी चार्जशीट के पेज नंबर 37 में आडवाणी पर आरोप लगाया है, इसमें कहा गया है कि आडवाणी ने 6 दिसंबर 1992 को कारसेवा की बात कही थी, उन्होंने कहा था कि इसमें सिर्फ भजन कीर्तन नहीं करना है, बल्कि इसमें राम मंदिर का निर्माण भी शामिल है। यही नहीं जनसत्ता अखबार से उन्होंने कहा था कि भाजपा अयोध्या में राम जन्मभूमि में मंदिर निर्माण के लिए कानून को भी तोड़ देगी। 5 दिसंबर 1992 को मस्जिद को गिराने के लिए गुप्त बैठक भी की गई थी, यह बैठक विनय कटियार के घर पर हुई थी, जिसमें पवन पांडे और आडवाणी भी शामिल हुए थे।
कल्याण सिंह से इस्तीफा नहीं देने को कहा था
चार्जशीट में कहा गया है कि जब एक गवाह ने कल्याण सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि रोक निर्माण पर लगी है, ध्वस्त करने पर नहीं। चार्जशीट के पेज नंबर 40 में कहा गया है कि 6 दिसंबर 1992 को आडवाणी ने एक भाषण दिया जोकि विवादित स्थल के पास ही था, उन्होंने मस्जिद को गिराए जाने से पहले कहा कि आज कार सेवा का आखिरी दिन है, कार सेवक आज आखिरी कार सेवा करेंगे। चार्जशीट में कहा गया है कि जब बाबरी को गिराया जा रहा था तो सेंट्रल फोर्सेस को फैजाबाद से अयोध्या की ओर भेजा जा रहा था, लेकिन इसके बाद भी लोग डरे हुए नहीं थे, क्योंकि इन लोगों से कहा गया था कि नेशनल हाईवे पर सेना को रोकने के लिए जाम लगाए। यही नहीं एलके आडवाणी ने कल्याण सिंह से कहा था कि जबतक ढांचा गिर नहीं जाता है तो तबतक आप राज्यपाल को इस्तीफा नहीं दीजिएगा।
उमा भारती पर आरोप
सीबीआई की चार्जशीट के पेज नंबर 43 में कहा गया है कि उमा भारती ने 6 दिसंबर 1992 को तेज आवाज में कहा था कि एक धक्का और दो बाबरी मस्जिद तोड़ दो। उन्होंने कारसेवकों से कहा कि मस्जिद गिराओ, मंदिर बनाओ, बाबर की औलाद को पाकिस्तान भगाओ, जिन्ना बोले जय श्री राम। 5 दिसंबर 1992 को उमा भारती ने कारसेवकों से कहा था कि कारसेवा का मतलब सिर्फ भजन कीर्तन नहीं होगा, बल्कि यह मंदिर निर्माण की शुरुआत होगी। प्रसाद के तौर पर आप लोग एक-एक ईट लेकर जाओ। चार्जशीट में आरोप लगाया गया है कि 30 सितंबर 1993 को सिलचर में उमा भारती ने कहा था कि बाबरी मस्जिद को तोड़ दो, ऐसे में बाबरी विध्वंश की मुख्य साजिशकर्ता उमा भारती थी।
मुरली मनोहर जोशी पर आरोप
सीबीआई की चार्जशीट के पेज नंबर 46 में कहा है कि जांच के अनुसार मुरली मनोहर जोशी ने 1 दिसंबर 1992 को मथुरा से अयोध्या जाते वक्त मथुरा में कहा था कि राम मंदिर के निर्माण को कोई ताकत नहीं रोक सकती है। 6 दिसंबर 1992 को मुरली मनोहर जोशी विवादित ढांचे के पास बने मंच पर कारसेवकों को मस्जिद को गिराने के लिए उकसा रहे थे और वह भडकाऊ भाषण दे रहे थे।