पश्चिम बंगाल: ममता बनर्जी से मिले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर
कोलकाता: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से गुरुवार को मुलाकात की है। उन्होंने राज्य के सचिवालय ने ममता से मुलाकात की। मुलाकात के बाद जब प्रशांत किशोर बाहर निकले तो उनके साथ टीएमसी के सांसद और ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी भी दिखे। माना जा रहा है कि वो आने वाले विधानसभा चुनाव में टीएमसी के लिए काम करेंगे। लोकसभा चुनाव में हार के बाद ममता ने प्रशांत किशोर से मुलाकात की थी।
एक महीने में दूसरी मुलाकात
पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी प्रमुख ममता के साथ प्रशांत की महीने भर में ये दूसरी मुलाकात है। इससे पहले दोनों के बीच 6 जून को मुलाकात हुई थी। ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने ये बैठक करवाई थी। ममता ने बीजेपी को रोकने के लिए प्रशांत किशोर से हाथ मिलाया है। प्रशांत किशोर ने इससे पहले हाल के लोकसभा चुनाव और आंध्र के विधानसभा चुनाव में वाईएसआर कांग्रेस के साथ काम किया था और जगन मोहन रेड्डी को बड़ी जीत मिली थी। साल 2021 में बंगाल में विधानसभा के चुनाव होने हैं। बीजेपी ने बंगाल पर फोकस कर रखा है। बीते दिनों से टीएमसी के कई विधायक और नेता बीजेपी में शामिल हुए हैं।
क्या है पीके का प्लान
पीके के नाम से मशहूर प्रशांत किशोर का आइडिया है कि ताक़तवर हो रही बीजेपी को रोकने के लिए बंगाल में सभी पार्टियों को साथ आना चाहिए। इसी वजह से बीजेपी को रोकने के लिए ममता ने बुधवार को कांग्रेस और लेफ़्ट पार्टियों से मदद की अपील की है। हालांकि उनकी अपील को न तो कांग्रेस ने न ही लेफ्ट पार्टियों ने गंभीरता से लिया है। ममता के प्रस्ताव पर कांग्रेस नेता प्रदीप भट्टाचार्य कहते हैं कि पहले वे उनकी पार्टी के 17 विधायक वापस करें।
लोकसभा में मिली करारी हार
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में पहली बार बीजेपी ने हाल में संपंन्न हुए लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया है। उसने आम चुनाव में सूबे की कुल 42 लोकसभा सीटों में से 18 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं टीएमसी को 22 सीटों पर संतोष करना पड़ा है। कांग्रसे को इस चुनाव में दो सीटें मिली। वहीं बीजेपी ने साल 2014 में मात्र 2 सीटें जीती थी। टीएमसी को इस चुनाव में बंपर 34 सीट मिली थी। 2009 में कांग्रेस और टीएमसी ने संयुक्त रूप से 26 सीटें जीती थी।
बीजेपी का 250 प्लस का लक्ष्य
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने साल 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 250 प्लस का लक्ष्य रखा है। 2019 के लोकसभा चुनाव के नतीजों के हिसाब से बीजेपी 121 विधानसभा सीटों पर पहले नंबर पर रही जबकि तृणमूल कांग्रेस 164 सीटों पर बढ़त बना पाई। इसी को देखते हुए पीके चाहते हैं कि टीएमसी का कांग्रेस और लेफ़्ट पार्टियों से गठबंधन हो जाए। गौरतलब है कि प्रशांत किशोर इससे पहले बिहार में लालू यादव और नीतीश कुमार का गठबंधन करा चुके हैं। इस गठबंधन ने साल 2015 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को धूल चटा दी थी।
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