पश्चिम बंगाल विवाद: बीजेपी नेताओं ने चुनाव आयोग से की मुलाकात, कहा- लोकतंत्र में यकीन नहीं करती TMC
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में सारदा चिट फंड घोटाले की जांच कर रही सीबीआई की टीम पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से पूछताछ करने के लिए उनके आवास पहुंची तो हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया। मौके पर पहुंचे सीनियर पुलिस अधिकारियों ने सीबीआई अधिकारियों को न सिर्फ घर से दूर रहने के लिए कहा बल्कि उन्हें हिरासत में भी ले लिया। वहीं, अब सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मोदी सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गई हैं। जबकि दूसरी तरफ भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने आज चुनाव आयोग से मुलाकात की। इस प्रतिनिधिमंडल में रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, मुख्तार अब्बास नकबी और भूपेंद्र यादव भी शामिल थे।
मुलाकात के बाद निर्मला सीतारमण ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों को देखते हुए पश्चिम बंगाल के हालात से निर्वाचन आयोग को अवगत कराया। टीएमसी लोकतंत्र में यकीन नहीं करती है। उन्होंने कहा कि पश्चिम में बंगाल में जो कुछ हो रहा है. उसमें टीएमसी का हाथ है।
पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा बीजेपी को रैली करने की अनुमति ना दिए जाने का मुद्दा कल गरमाया रहा। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को रैली करने की अनुमति नहीं दी गई जिसके बाद उन्होंने फोन पर रैली को संबोधित किया था। इसको लेकर बीजेपी ने ममता सरकार पर निशाना साधा था और कहा था कि राज्य में लोकतंत्र समाप्त हो चुका है। इसके पहले स्मृति ईरानी के हेलीकॉप्टर को रैली स्थल पर उतरने से रोकने को लेकर विवाद पैदा हो गया था।
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बता दें पिछले तीन दिन से राजीव कुमार का कोई पता नहीं था जबकि राज्य सरकार ने कल सफाई देते हुए कहा था कि वे छुट्टी पर थे। रविवार शाम को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी राजीव कुमार के घर पहुंच गईं और अधिकारियों के साथ बैठक करने लगीं। टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार प्रदेश में तख्ता पलट करना चाहती है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पुलिस फोर्स के समर्थन में आई और पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार का बचाव करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गई हैं।
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