पश्चिम बंगाल: लोकसभा चुनाव बाद हिंसा पर राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
कोलकाता: लोकसभा चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल में लगातार हिंसा की खबरें आ रही हैं। इसी को देखते हुए बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ पार्टी ने राज्य की चार मुख्य पार्टियों की सर्वदलीय बैठक गुरुवार को बुलाई है। इस बैठक में तृणमूल कांग्रेस की तरफ से पार्थो चटर्जी, बीजेपी की तरफ से दिलीप घोष और सीपीएम की तरफ से एसके मिश्रा और कांग्रेस की तरफ से एसएन मित्रा शामिल होंगे।
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राज्यपाल ने बुलाई बैठक
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद राज्य में राजनातिक हिंसा के कई मामले सामने आए हैं। बीजेपी और टीएमसी इसके लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। इस हिंसा में कई दोनों पार्टियों के कई कार्यकर्ताओं और नेताओं की कथित तौर पर हत्या हुई है। बुधवार को अपने पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में मार्च निकाल रही है। बंगाल में आज भी एक बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या की खबर आई। असित सिंह पिछले दो दिन से लापता थे और आज उनका शव मालदा में घर से थोड़ी दूर मिला। कल भी नॉर्थ 24 परगना में एक बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई थी।
ममता ने लगाई जुलूस पर रोक
वहीं टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने बीजेपी के विजय जुलुस पर रोक लगा दी है। उन्होंने कहा कि इनकी वजह से राज्य में अशांति फैल रही है। उन्होंने पुलिस को इससे शख्ती से निपटने को कहा है। राज्य की सीम ममता बनर्जी ने मंगलवार को दावा किया था कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से राज्य में 10 लोगों की मौत हुई है। इनमें से आठ तृणमूल कांग्रेस के लोग हैं, बाकि बीजेपी के समर्थक हैं।
बीजेपी ने बंगाल में भगवा लहराया
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में पहली बार बीजेपी ने भगवा लहराया था। उसने सूबे की कुल 42 लोकसभा सीटों में से 18 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं टीएमसी को 22 सीटों पर संतोष करना पड़ा है। बीजेपी ने साल 2014 में मात्र 2 सीटें जीती थी। वहीं टीएमसी को 34 सीट मिली थी। 2009 में कांग्रेस और टीएमसी ने संयुक्त रूप से 26 सीटें जीती थी। बीजेपी की जीत पर भी उन्होंने सवाल उठाए।
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