पश्चिम बंगालः RSS के 125 स्कूलों पर ममता सरकार ने लगाया ताला
कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े 125 स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है। आरोप है कि ये स्कूल राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ द्वारा चलाए जा रहे हैं। स्टेट के एजुकेशन मिनिस्टर पार्थ चटर्जी ने ये जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन स्कूलों ने एनओसी नहीं लिया था। बीजेपी नेता विनय कटियार ने राज्य सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि ममता बनर्जी वोट बैंक की राजनीति के लिए ऐसा कर रही हैं।
राज्य सरकार का कहना है कि, जांच से पता चला कि ये सभी 125 स्कूल तीन ट्रस्टों सारदा शिशु तीर्थ, सरस्वती शिशु मंदिर, और विवेकानंद विद्या विकास परिषद द्वारा चलाए जा रहे हैं। जो विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से एफलिएडेट है। जिसका मुख्यालय लखनऊ में है। पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि पश्चिम बंगाल में 400 से ज्यादा स्कूल आरएसएस से जुड़े हैं। लेकिन उनमें से 125 स्कूलों के पास नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) नहीं है।
उन्होंने कहा कि कुल 500 स्कूलों के खिलाफ शिकायत आई थी जिसमें से 493 स्कूलों पर सरकार की कड़ी नजर है। जांच के बाद उन 493 स्कूलों पर भी एक्शन लिया जाएगा। मदरसों के बारे में सवाल पर चटर्जी ने कहा, 'मदरसा मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं है। कुछ की जांच की जा रही है। मुझे सही स्थिति पता नहीं है। स्कूल सिलेबस के अनुसार चलना चाहिए, धर्म के आधार पर नहीं।'
इससे पहले पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि आरएसएस के जो स्कूल शिक्षा देने के नाम पर विद्यार्थियों को लाठी चलाने का प्रशिक्षण देते पाए जाएंगे, उनके खिलाफ राज्य सरकार समुचित कदम उठाएगी। चटर्जी ने पत्रकारों को बताया कि, सरकार ने गोपनीय तरीके से इन स्कूलों की जानकारियां जुटाई थी। जिसके आधार पर सरकार ने कार्रवाई की। जो 125 स्कूल बंद किए गए हैं उनमें से ज्यादातर स्कूल उत्तर बंगाल में हैं।