West Bengal:ममता के विरोध के लिए बीजेपी ने 'Bella Ciao' की जगह दिया 'पीशी जाओ' का नारा, देखिए
कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को घेरने के लिए बीजेपी ने दुनियाभर में लोकप्रिय बन चुके विरोध गीत 'बेला सियाओ' की तर्ज पर 'पीशी जाओ' वाले बंगाली गाने का वीडियो जारी किया है। 'बेला सियाओ' मूल रूप से एक इटैलियन प्रोटेस्ट सॉन्ग है, जिसे नेटफ्लिक्स की हिट सीरीज 'मनी हीस्ट' से जबर्दस्त लोकप्रियता मिली है। लेकिन, भारतीय जनता पार्टी ने बंगाल में इसमें नया ट्विस्ट लाकर तृणमूल सुप्रीमो को उनके भतीजे और सांसद अभिषेक बनर्जी को लेकर कठघरे में खड़े करने की कोशिश की है। 'पीशी जाओ' का हिंदी अर्थ है कि 'बुआ जाओ'। 1.49 सेकंड का यह वीडियो पश्चिम बंगाल और बीजेपी4इंडिया के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी जारी किया गया है। गौरतलब है कि उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी की वजह से ममता बनर्जी पर विपक्षी भाजपा भाई-भतीजावाद का आरोप लगाती है। जिन नेताओं ने भी उनकी पार्टी को अलविदा कहा है, उन सब ने भी अभिषेक बनर्जी की वजह से ही पार्टी से मोहभंग होने की ओर इशारा किया है। यही वजह है कि बीजेपी की ओर से यहां तक दावा किया जाता है कि तृणमूल अध्यक्ष चुनाव के बाद अपने भतीजे को भी सीएम बना सकती हैं।
ममता पर बीजेपी का वीडियो- पीशी जाओ
बीजेपी ने पश्चिम बंगाल चुनाव से पहले मुख्यमंत्री के भतीजे अभिषेक बनर्जी को लेकर ममता बनर्जी पर हमला तेज कर दिया है। अब उसने आधिकारिक तौर पर एक चुनावी प्रचार वीडियो जारी किया है, जिसमें 'पीशा जाओ' की थीम पर गाना बनाया गया है। यह गाना भाजपा की विचारधारा के मुताबिक बंगाल की कहानी बयां करती एक एनिमिटेड वीडियो पर लगाया गया है। गाने के बंगाली बोल कुछ इस तरह से हैं- 'बांग्ला ए शुदु, दंगाबाजी, ओ पीशी जाओ, पीशी जाओ,पीशी जाओ, जाओ, जाओ। रास्ता बेहाल, बांग्ला ए अकाल, पीशी जाओ, जाओ, जाओ,पीशी जाओ। कानो मित्थे, मित्थेर प्रोचार? पीशी जाओ, जाओ, जाओ,पीशी जाओ।' इसका हिंदी में मायने कुछ यूं है- 'बंगाल में सिर्फ दंगे होते हैं, बुआ जाओ। सड़कें बदहाल है और ऐसे ही बंगाल भी। बुआ, जाओ। आप झूठ का प्रचार क्यों करती हैं? बुआ, जाओ।'
इटैलियन नारे पर आधारित है भाजपा का प्रचार गीत
भाजपा की ओर से बनाए गए इस वीडियो में इटैलियन नारे 'बेला सियाओ' के बोल को उसी अंजाद में 'पीशी जाओ' के बोल से मिला दिया गया है। बता दें कि 'बेला सियाओ' एक इटैलियन शब्द है, जिसका अर्थ है सुंदर को अलविदा। यह 19वीं सदी का एक विरोध गीत है, जिसे वहां फासीवादी और नाजीवादी अत्याचार के विरोध में तैयार किया गया था। उसके बाद इस नारे को दुनिया भर में कई भाषाओं में तैयार किया गया और उसे विरोध-प्रदर्शनों के लिए गाया जाता रहा है। लेकिन, हाल में नेटफ्लिक्स की हिट सीरीज 'मनी हीस्ट' की वजह इसे फिर से जबर्दस्त लोकप्रियता मिली है।
|
'बंगाल को दीदी से आजादी चाहिए'
बीजेपी ने इसे अपने प्रदेश के ट्विटर हैंडल समेत बीजेपी4इंडिया के ट्विटर हैंडल से भी ट्वीट किया है। इस वीडियो के साथ भारतीय जनता पार्टी ने ट्वीट किया है- 'इटली के कम्युनिस्ट की एक धुन से, जो कि अत्याचारों के विरोध में गाया गया था, पश्चिम बंगाल में फिर एकबार जनता सत्ताधारियों के अन्याय के खिलाफ उठकर खड़ी हो रही है। हमारी विचारधारा अलग हो सकती है, लेकिन प्रतिरोध की भाषा हमेशा सच होती है।' इस ट्वीट में बीजेपी ने अंग्रेजी के दो हैशटैग का भी इस्तेमाल किया है- #बांग्लादिदिरथेकेमुक्तिचाय और #पीशीजाओ। इसमें पहले हैशटैग का अर्थ है-बंगाल को दीदी से आजादी चाहिए। टीएमसी समर्थक मुख्यमंत्री बनर्जी को दीदी कहकर बुलाते हैं, जबकि पीशी बांग्ला में बुआ (पिता की बहन) को कहा जाता है।