Bengal Election: ममता के 'बंगाल की बेटी' पर BJP का पोस्टर वार, कहा- बेटी चाहिए 'बुआ' नहीं
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में चुनावी बिगुल बज चुका है। अब तक मिशन बंगाल की लड़ाई टीएमसी और बीजेपी के बीच दिखाई दे रही है। हालांकि कांग्रेस और वाम मोर्चा गठबंधन भी अपने आपको बंगाल की सियासी लड़ाई में अहम मान रहा है। लेकिन इन सब के बीच ममता सरकार और बीजेपी के बीच जुबानी जंग अब पोस्टर वार में बदल चुकी है। बंगाल बीजेपी ने एक पोस्टर जारी करते हुए ममता बनर्जी पर बड़ा हमला बोला है।
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चुनावों की तारीखों के ऐलान के बाद बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बीच अब की जंग और तेज हो गई है। भाजपा ने शनिवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रचार अभियान "बंगला निजेर मयेकेई चाए" (बंगाल वांट्स इट्स ओन डॉटर) का मुकाबला करने के लिए एक पोस्टर लॉन्च किया, जिसमें बीजेपी ने कहा कि बंगाल अपनी खुद की बेटी चाहता है, बुआ नहीं। इस पोस्टर में बीजेपी ने बंगाल से पार्टी की महिला नेताओं के चेहरे दिखाए हैं।
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बीजेपी ने पोस्टर को बंगाली में नारा के साथ ट्वीट किया, बंगाल वांट्स इट्स ओन डॉटर, नॉट पिशी। यानी 'बंगाल अपनी खुद की बेटी चाहता है, पिशी नहीं। 'पिशी' बंगाली शब्द है जिसका इस्तेमाल पितृपक्ष के लिए किया जाता है।पोस्टर में बंगाल की नौ महिला भाजपा नेताओं के चेहरे हैं, जिनमें रूपा गांगुली, देबोश्री चौधरी, लॉकेट चटर्जी, भारती घोष, अग्निमित्र पॉल शामिल हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित कई भाजपा नेताओं ने वंशवाद की राजनीति का आरोप लगाते हुए बंगाल के सीएम और उनके भतीजे पर निशाना साधने के लिए 'पीशी-भाई' का इस्तेमाल किया।
'बंगाल की बेटी' टीएमसी का नया नारा
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को "बंगाल की बेटी" के रूप में चित्रित करते हुए, 20 फरवरी को TMC ने अपना मुख्य अभियान 'बंगला निजेर मेकेई चाय' का नारा शुरू किया था। नारे के साथ टीएमसी सुप्रीमो की तस्वीर पूरे कोलकाता में होर्डिंग्स पर लगाई गई थी।
बंगाल में 8 चरणों में चुनाव
पश्चिम बंगाल की 294 सीटों पर 8 चरणों में चुनाव होगा। पहला चरण 27 मार्च को, दूसरा चरण 1 अप्रैल, तीसरा चरण 6 अप्रैल, चौथा चरण 10 अप्रैल, पांचवां चरण के 17 अप्रैल, छठा चरण 22 अप्रैल, सातवां चरण 26 अप्रैल और आठवां चरण 29 अप्रैल को होगा। 2 मई को वोटों की गिनती होगी। बंगाल में बहुमत के लिए 148 सीटों पर जीत होनी चाहिए। पिछले चुनाव में टीएमसी ने 211 सीटों पर विजय हासिल की थी।