West Bengal:BJP कार्यकर्ता की मां की पिटाई पर NCW सख्त, TMC का दावा रोग की वजह से फूला चेहरा
कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में हिंसा की आशंका के बीच एक बुजुर्ग महिला का फूला हुआ चेहरा देखकर राष्ट्रीय महिला आयोग के भी कान खड़े हो गए हैं। आयोग ने राज्य के डीजीपी से इस मामले में कार्रवाई करने के लिए कहा है। दरअसल, वहां भारतीय जनता पार्टी के एक कार्यकर्ता ने अपने और अपनी बुजुर्ग मां के साथ बर्बर तरीके से मारपीट का आरोप लगाया है। बुजुर्ग महिला ने भी शिकायत की है कि उनपर और उनके बेटे पर इसलिए हमला किया गया है, क्योंकि वो भाजपा से जुड़ा है। लेकिन, अब सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों को झूठा बताया है और दावा किया है कि बुजुर्ग महिला का जो सूजा हुआ चेहरा दिख रहा है, असल में वह किसी हमले की वजह से नहीं, बल्कि किसी रोग के चलते है। यही नहीं टीएमसी ने भाजपा पर ही महिला को पीटने का आरोप लगा दिया है।
बुजुर्ग महिला ने लगाया है हमले का आरोप
पश्चिम बंगाल में भाजपा के एक कार्यकर्ता की 85 वर्षीय मां पर हमले को लेकर बीजेपी और टीएमसी में जबर्दस्त विवाद हो रहा है। अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी ने बुजुर्ग महिला के फुले हुए चेहरे का कारण पिटाई नहीं, बल्कि एक पुराने रोग को बताया है। गौरतलब है कि बुजुर्ग महिला और उसके बेटे गोपाल मजुमदार को उत्तर 24 परगना जिले में कुछ हमलावरों ने उनके घर में घुसकर कथित तौर पर हमला किया था। बाद में शोबा मजुमदार ने आरोप लगाया था कि उन्हें और उनके बेटे की इसलिए पिटाई हुई है, क्योंकि 'उनका बेटा भाजपा के लिए काम करता है। उन्होंने आरोप लगाया है कि दो लोगों ने मुझे धक्का दे दिया। मेरे बेटे का सिर और हाथ जख्मी हो गया है। मेरी तबीयत ठीक नहीं रहती। मैं ना तो ठीक से बैठ पाती हूं। मेरी भी पिटाई की गई, जबकि मैं बिस्तर से उठ भी नहीं पाती।' उन्होंने आरोप लगाया था कि 'हमलावर तीन से चार थे और उन्होंने अपना चेहरा ढंक रखा था। वह मेरे बेटे को धमका कर गए हैं।'
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पुराने रोग के चलते फूला बुजुर्ग महिला का चेहरा-टीएमसी
इस घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने सत्ताधारी दल के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। लेकिन, टीएमसी ने ना सिर्फ आरोपों से इनकार किया है, बल्कि अब बीजेपी पर झूठे दावे करने का आरोप लगा दिया है। पार्टी का दावा है कि महिला का चेहरा पुराने रोग के चलते सूजा हुआ है। टीएमसी ने तो यहां तक आरोप लगा दिया है कि भाजपा के 'गुंडों' ने ही बुजुर्ग पर हमला किया है और उल्टे उनपर आरोप लगा रही है। टीएमसी ने ट्वीट कर आरोप लगाया है,'बीजेपी ने संकीर्ण राजनीति के लिए बिस्तर पर पड़ी एक वरिष्ठ नागरिक को भी नहीं छोड़ा है। सच्चाई में, महिला को बीजेपी के गुंडों ने प्रताड़ित किया और आसानी से टीएमसी पर आरोप मढ़ दिया गया। लेकिन, सच को दबाया नहीं जा सकता। ' टीएमसी नेता सुब्रत मुखर्जी ने कहा है 'उसका अपना पोता इसे फर्जी बता रहा है और टीएमसी के खिलाफ कोई आरोप नहीं है। वह कमजोर है।' राज्य की महिला और बाल विकास मंत्री शशि पांजा ने भी एक शख्स के बयान वाला वीडियो डालकर बीजेपी पर फर्जी खबरें फैलाने की गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया है।
राष्ट्रीय महिलाओ आयोग ने डीजीपी से कार्रवाई करने को कहा है
एक मामला साफ है कि टीएमसी भी उस बुजुर्ग पर हमले से इनकार नहीं कर रही, सिर्फ इसका आरोप भाजपा की ओर मोड़ रही है। इस बीच राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग की चेयरपर्सन ने पश्चिम बंगाल के डीजीपी को इस मामले में कार्रवाई करने को लिखा है। इसके मुताबिक, 'एक बुजुर्ग महिला पर कथित तौर पर एक राजनीतिक पार्टी के समर्थकों ने हमला किया, क्योंकि उसका बेटा दूसरे राजनीतिक दल का समर्थक है। ' बता दें कि 2019 के नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के मुताबिक राजनीतिक हत्याओं में बंगाल पहले नंबर पर है। बीजेपी दावा करती है कि 2014 से प्रदेश में उसके 100 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है।