West Bengal election:ममता बनर्जी के नंदीग्राम से लड़ने के ऐलान के बाद, क्यों फंसा है चुनावी पेंच
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री इसबार नंदीग्राम से विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान वहीं की एक रैली में कर चुकी हैं। लेकिन, वह सिर्फ मेदनीपुर के नंदीग्राम से ही चुनाव लड़ेंगी या फिर अपने मौजूदा चुनाव क्षेत्र भवानीपुर से भी उम्मीदवार होंगी, यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है। खुद नंदीग्राम की रैली में घोषणा करते वक्त भी तृणमूल सुप्रीमो ने इसे गोलमोल ही रखने की कोशिश की थी। अब भाजपा ने मुख्यमंत्री को चुनौती दी है कि उन्हें नंदीग्राम से जीत का पक्का भरोसा है तो यह घोषणा करें कि वह सिर्फ इसी सीट से चुनाव लड़ेंगी। लेकिन, टीएमसी इसपर सीधे जवाब नहीं देकर बीजेपी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार और ममता के खिलाफ उम्मीदवार की घोषणा जल्द करने को लेकर चुनौती दे रही है।
नंदीग्राम से ममता की उम्मीदवारी और बीजेपी का सवाल
पश्चिम बंगाल में बीजेपी के प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट के जरिए कहा कि अगर उन्हें अपनी जीत पर भरोसा है तो यह कह दें कि वह सिर्फ एक स्थान से लड़ेंगी। उन्होंने लिखा, "ममता बनर्जी ने नंदीग्राम से विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। लेकिन, ये नहीं कहा कि वो सिर्फ यहीं से मैदान में उतरेंगी। यदि उनको अपनी जीत का भरोसा है, तो ये घोषणा भी करें।.....नहीं तो यही समझा जाएगा कि उन्हें नंदीग्राम पर भरोसा नहीं है।" टीएमसी सुप्रीमो ने पिछले महीने एक रैली में अपने पूर्व सहयोगी सुवेंदु अधिकारी को सियासी चुनौती देने के लिए यह ऐलान किया था, जो कि वहीं से विधायक हैं और अब भाजपा का झंडा उठा रहे हैं।
भाजपा की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सीधी चुनौती
भाजपा की ओर से कहा जा रहा है कि अगर अभी भी टीएमसी ने अपनी स्थिति साफ नहीं कि तो यही समझा जाना चाहिए कि मुख्यमंत्री एक और सीट से चुनाव लड़ेंगी। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अनुपम हाजरा ने भी ट्विटर के जरिए तृणमूल से पूछा है, 'अगर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नंदीग्राम से जीत को लेकर निश्चिंत हैं तो उन्हें यह ऐलान करना चाहिए कि वह एक ही सीट से चुनाव लड़ेंगी। इस तरह से वह इस मुद्दे पर अपने बयान को बदल नहीं सकेंगी। या फिर किसी से छिपा नहीं कि वो आगे क्या करेंगे।'
तृणमूल ने बीजेपी से पूछा-सीएम के सामने कौन है चेहरा ?
तृणमूल कांग्रेस ने तो भाजपा के सवालों का सीधा जवाब नहीं दिया है, लेकिन यह कहकर पलटवार जरूर किया कि पार्टी नंदीग्राम में अपने उम्मीदवार या इसके मुख्यमंत्री चेहरे का नाम बताने से डर क्यों रही है। पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 'बीजेपी नंदीग्राम के प्रत्याशी की घोषणा करने या यहां तक कि सीएम फेस बताने से भी डर क्यों रही है? ममता दी सभी 294 सीटों पर टीएमसी का चेहरा हैं।........बीजेपी को पहले यह घोषणा करनी चाहिए कि नंदीग्राम में ममता बनर्जी के खिलाफ वह किसे उतारेगी। हम बहुत बड़ी जीत दर्ज करने वाले हैं।'
भाजपा और तृणमूल दोनों नहीं खोल रहे हैं पत्ते
बता दें कि बीजेपी में प्रत्याशियों के नामों की घोषणा दिल्ली में बैठी केंद्रीय चुनाव समिति करती है और बंगाल में मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा को लेकर वह अभी तक यही कह रही है कि चुनाव के बाद सत्ता में आने के बाद ही तय करेगी। अलबत्ता, बीजेपी के बड़े नेता सुवेंदु अधिकारी अपनी ओर से यह जरूर दावा कर चुके हैं कि अगर पार्टी ने उन्हें मौका दिया तो वो ममता को नंदीग्राम में 50 हजार वोट से हराएंगे। लेकिन, पार्टी की ओर से इसपर कुछ भी नहीं कहा जा रहा है। यानी बीजेपी और टीएमसी दोनों अपने सारे पत्ते नहीं खोल रही हैं। सत्ताधारी दल भी नंदीग्राम में बीजेपी उम्मीदवार को देखकर अगली रणनीति तय करना चाहती है और बीजेपी भी सीएम के भवानीपुर से भी चुनाव लड़ने की घोषणा करने का इंताजर कर रही है, जिसका संकेत बनर्जी ने खुद दे भी चुकी हैं।
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