ममता ने NRC के विरोध में कोलकाता में रैली निकाली, कहा- बंगाल में नहीं चलेगी ऐसी प्रक्रिया
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार (12 सितंबर) को असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में उत्तरी कोलकाता में एक विशाल रैली निकाली। अपनी पार्टी के सहयोगियों के साथ तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने दोपहर तीन बजे के करीब सिंथी मोड़ से शहर के उत्तरी हिस्से की ओर मार्च किया। रैली यहां से पांच किलोमीटर दूर श्यामा बाजार में खत्म हुई।
लोगों को संबोधित करते हुए ममता ने केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि, वे एनआरसी से सहमत नहीं हैं। ममता ने कहा कि जिस तरह असम में पुलिस के जरिये जबरन एनआरसी पर लोगों का मुंह बंद कराया गया वो काम आप यहां नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि यदि बीजेपी बंगाल में एक व्यक्ति को भी एनआरसी के नाम पर टच करेगी तो हम उसे सबक सिखाएंगे।
एनआरसी की का लगातार विरोध कर रही सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर इस कदम के जरिए लोगों को बांटने का प्रयास करने का आरोप लगाया। ममता ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार असम में एनआरसी लागू करने में कामयाब हो गई लेकिन वह पश्चिम बंगाल में लोगों की आवाज नहीं दबा पाएगी। ममता ने कहा, 'आप ने अपनी पुलिस का इस्तेमाल करते हुए असम में जैसा किया उस तरह से आप बंगाल के लोगों का मुंह बंद नहीं कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि, आप हमें धर्म का उपदेश देने लगे हैं मानो कि हम ईद, दुर्गा पूजा, मोहर्रम और छठ पूजा नहीं मनाते। धर्म और हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई समुदाय के भलाई के लिए मैं एनआरसी से सहमत नहीं हूं। पार्टी ने एनआरसी को अद्यतन किए जाने के खिलाफ राज्य के अन्य हिस्सों में सात और आठ सितंबर को रैलियां निकाली थी। असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) का प्रकाशन 31 अगस्त को हुआ। कुल 3.29 करोड़ से ज्यादा आवेदकों में 19 लाख से ज्यादा लोग इस सूची से बाहर रह गए।
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