नोटबंदी की लाइन में लोग मर रहे थे, शाहीन बाग में कोई नहीं मर रहा, कौन सा अमृत पिया है: दिलीप घोष
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल भारतीय जनता पार्टी के मुखिया दिलीप घोष एक बार फिर से अपने बयान की वजह से चर्चा में हैं। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन पर निशाना साधते हुए घोष ने कहा कि मुझे यह जानकर आश्चर्य होता है कि दो-तीन घंटे लाइन में लगने की वजह से नोटबंदी के समय लोग मर रहे थे थे। लेकिन अब महिला, बच्चे 4-5 डिग्री सेल्सियस की ठंड में धरने में बैठे है, लेकिन कोई मर नहीं रहा है, आखिर इन लोगों ने कौन सा अमृत पी लिया है। मैं आश्चर्यचकित हूं, आखिर इन्हें प्रदर्शन के लिए क्या मिल रहा है।
मंशा पर खड़ा किया सवाल
शाहीन बाग प्रदर्शन के पीछे की मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए दिलीप घोष ने कहा कि यह काफी दिलचस्प है। लोग शाहीन बाग को लेकर काफी रोमांचित हैं, क्योंकि यहा पर महिलाएं और बच्चे दिन रात प्रदर्शन कर रहे हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि इन्हें 500 रुपए हर रोज मिल रहे हैं। यह हो सकता है और नहीं भी हो सकता है। लेकिन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की सच्चाई सबके सामने आ गई है। शाहीन बाग की भी सच्चाई सामने आएगी, हम इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि यहां की भी सच्चाई सामनेआए।
यूपी पुलिस का आरोप
बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने आरोप लगाया है कि पीएफआई जोकि दिल्ली की एक संगठन है और मुख्य रूप से केरल और कर्नाटक में काम करता है, वह दिल्ली में हुई हिंसा के पीछे है। बता दें कि दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहा प्रदर्शन नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन का अहम चेहरा बनकर सामने आया है। इस प्रदर्शन के चलते देश के अन्य हिस्सों में भी लोगों ने इसकी तर्ज पर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। कोलकाता, मुंबई, लखनऊ, प्रयागराज में भी लोग इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
पहले भी दिया है विवादित बयान
बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब दिलीप घोष ने इस तरह का बयान दिया है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि भारत में 2 करोड़ बांग्लादेशी मुसलमान रह रहे हैं। इनमें से एक करोड़ पश्चिम बंगाल में हैं। इन सभी को देश से निकालने के लिए भाजपा लगी है और इन्हें देश में नहीं रहने दिया जाएगा। इनकी पहचान कर इनके नाम वोटर लिस्ट से हटाना और इन्हें वापस भेजना जरूरी है। घोष ने कहा कि देश को बचाने के लिए इनको निकालना बहुत जरूरी है।
इसे भी पढ़ें- CCA-NRC के खिलाफ बच्चों ने किया नाटक, स्कूल पर दर्ज हुआ देशद्रोह का केस