West Bengal elections 2021:कांग्रेस और लेफ्ट ISF-NCP-RJD के साथ मिलकर लड़ेंगे चुनाव
कोलकाता: पश्चिम बंगाल चुनाव में कांग्रेस और लेफ्ट टीएमसी के साथ फिलहाल गठबंधन नहीं करने जा रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने ऐलान किया है इसबार आईएसएफ, राजद और एनसीपी, कांग्रेस और लेफ्ट गठबंधन के साथ ही मिलकर चुनाव लड़ेंगे। गौरतलब है कि इससे पहले बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने भी टीएमसी से गठबंधन के लिए बहुत हाथ-पैर मारे थे,लेकिन ममता बनर्जी ने उसको जरा भी भाव नहीं दिया।
बंगाल
में
त्रिकोणीय
मुकाबला
होगा-कांग्रेस
इस
बात
की
घोषणा
करते
हुए
अधीर
रंचन
चौधरी
ने
मंगलवार
को
कहा
कि
'हाल
में
कई
तरह
के
राजनीतिक
घटनाक्रम
हुए
हैं।
आईएसएफ,
आरजेडी
और
एनसीपी
जैसी
सेक्युलर
पार्टियों
ने
कांग्रेस-लेफ्ट
गठबंधन
में
शामिल
होने
की
इच्छा
जताई
है।
हमारे
बीच
एक
बहुत
ही
अच्छी
बातचीत
हुई
है।
हम
इन
सेक्युलर
पार्टियों
का
सम्मान
करते
हैं।
इसलिए
हम
इन
पार्टियों
के
लिए
कुछ
सीटें
छोड़
रहे
हैं।
यही
वजह
है
कि
हम
आज
सीटों
की
अंतिम
संख्या
की
आज
घोषणा
नहीं
कर
रहे
हैं।'
तृणमूल
सुप्रीमो
ममता
बनर्जी
के
राजनीतिक
विरोधी
माने
जाने
वाले
अधीर
रंजन
चौधरी
ने
टीएमसी
पर
यह
आरोप
लगाया
है
कि
वह
नहीं
चाहती
थी
कि
कांग्रेस
और
लेफ्ट
में
गठबंधन
हो।
उन्होंने
दावा
किया
है
कि
बंगाल
में
त्रिकोणीय
मुकाबला
होने
जा
रहा
है।
अधीर
रंजन
ने
कहा,
'निरंकुश
ताकत
(टीएमसी)
कभी
नहीं
चाहती
थी
कि
कांग्रेस
और
लेफ्ट
के
बीच
में
गठबंधन
हो।
शुरू
में
कहा
जा
रहा
था
कि
बंगाल
में
भारतीय
जनता
पार्टी
और
टीएमसी
के
बीच
सीधा
मुकाबला
होगा।
अब,
बंगाल
में
बीजेपी,
टीएमसी
और
कांग्रेस-लेफ्ट
गठबंधन
के
बीच
त्रिकोणीय
मुकाबला
होगा।
'
28
फरवरी
को
कोलकाता
में
बड़ी
रैली
अधीर
रंजन
चौधरी
के
साथ
प्रेस
कांफ्रेंस
में
मौजूद
लेफ्ट
फ्रंट
के
चेयरमैन
बिमान
बोस
ने
कहा
कि,
'अब
आईएसएफ
भी
गठबंधन
में
शामिल
हो
चुका
है।
28
फरवरी
को
हम
ब्रिगेड
परेड
ग्राउंड
में
एक
विशाल
रैली
करेंगे।'
लेफ्ट
ऐक्टिविस्ट
की
मौत
पर
सवाल
उधर
चौधरी
ने
डेमोक्रेटिक
यूथ
फेडरेशन
ऑफ
इंडिया
(डीवाईएफआई)
के
ऐक्टिविस्ट
मोइदुल
इस्लाम
मिद्या
की
मौत
की
निंदा
करते
हुए
उसपर
कथित
तौर
पर
दुख
नहीं
जताने
के
लिए
पश्चिम
बंगाल
की
मुख्यमंत्री
ममता
बनर्जी
की
आलोचना
की
है।
बता
दें
कि
इस्लाम
11
फरवरी
को
लेफ्ट
पार्टियों
के
बंगाल
सचिवालय
की
ओर
मार्च
'नबान्न
कूच'
के
दौरान
पुलिस
के
साथ
झड़प
में
जख्मी
हो
गया
था
और
कोलकाता
के
एक
निजी
अस्पताल
में
उसकी
मौत
हो
गई
थी।
गौरतलब है कि 2016 के विधानसभा चुनाव में भी बंगाल में कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियां साथ में चुनाव लड़ी थीं और 294 सीटों में से 76 सीटों पर कब्जा किया था। लेकिन, तब राज्य में भाजपा कोई ताकत नहीं थी। लेकिन, 2019 के लोकसभा चुनाव में 42 में से 18 सीटें झटककर उसने पूरा चुनावी समीकरण ही बदल दिया है। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव अप्रैल-मई में होने की संभावना है।