मर कर भी 5 लोगों को नयी जिंदगी दे गया चिन्मय, ब्रेन डेड के बाद अंग किया दान
कोलकाता। जीवित रहते लोग दूसरों की मदद से कतराते हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो मरने के बाद भी दूसरों को नई जिंदगी दे जाते हैं। मामला मरने के बाद अंगदान का है। पश्चिम बंगाल के बर्द्धमान जिले के मेमारी में रहने वाले 34 साल के चिन्मय घोष के अंगदान से 5 लोगों को जिंदगी मिल गई। दरअसल कुछ दिनों पहले सड़क दुर्घटना में चिन्मय घोष (36) बुरी तरह से घायल हुए थे। उन्हें महानगर के पार्क क्लीनिक नर्सिंग होम में भर्ती किया गया। अस्पताल में भर्ती कराये जाने के बाद से ही उनकी सेहत बिगड़ती जा रही थी।
बीते सोमवार देर रात चिकित्सकों ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया। उसके बाद उसके परिजनों ने उसके अंगों को दान करने का निर्णय लिया। तुरंत अस्पताल की ओर से क्षेत्रीय अंगदान संगठन से सम्पर्क किया गया। उसके बाद युवक के अंगों को दान करने की प्रक्रिया शुरू की गयी। जरुरतमंद मरीजों का पता लगाया गया। बुधवार सुबह ग्रीन कॉरीडोर तैयार कर चिन्मय के अंगों को विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया। चिन्मय के हृदय पिंड को मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया।
किडनी, एक लीवर एवं त्वचा को एसएसकेएम अस्पताल पहुंचाया गया। एक और लीवर को अपोलो अस्पताल ले जाया गया। चेन्नई के रहने वाले सुरजीत पात्र में हृदय पिंड प्रत्यारोपित किया गया। वहीं बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले बनगांव के वाशिंदा विधान अधिकारी में एक लीवर प्रत्यारोपित किया गया। दोनों किडनी व एक और लीवर को अन्य मरीजों में प्रत्यारोपित किया गया। चिन्मय की त्वचा को मेडिकल छात्रों के अनुसंधान के लिए दान कर दिया गया।