इन 10 जगहों पर सोमवार को 'आसमान से बरसी आग', इतना रहा गर्मी का पारा
कहीं 45 तो कहीं 45 के भी पार... इन दस जगहों पर सोमवार को आसमान से जमकर बरसी आग।
नई दिल्ली। 45 डिग्री से ज्यादा की गर्मी झेल रहे उत्तर भारत को फिलहाल कोई राहत मिलती हुई नजर नहीं आ रही है। 'मॉनसूस एक्सप्रेस' पहले ही लेट चल रही है और सूर्य भगवान भी जबरदस्त तमतमाए हुए हैं। हालांकि रविवार को दिल्ली एनसीआर के लोगों को मामूली बूंदाबादी और आंधी चलने से थोड़ी राहत मिली, लेकिन बाकी हिस्सों में अभी भी आसमान से आग बरस रही है। गर्मी का आलम ये है कि अकेले बिहार में लू लगने से पिछले 24 घंटों के भीतर 48 लोगों की मौत हो चुकी है। गर्मी के इस तांडव को देखते हुए बिहार में सभी सरकारी स्कूलों को 22 जून तक बंद रखने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। सोमवार को भी गर्मी अपने पूरे रंग में नजर आई। आइए जानते हैं, देश की 10 वो जगहें, जहां सोमवार को आसमान से सबसे ज्यादा आग बरसी।
बिहार के हेहरी में दर्ज हुआ 46 डिग्री तापमान
सोमवार को उत्तर भारत में गर्मी और लू ने लोगों को जमकर झुलसाया। स्काइमेट वेदर के मुताबिक, देश की अलग-अलग जगहों पर नोट किए गए तापमान में बिहार का हेहरी इलाका सबसे गर्म रहां, जहां अधिकतम तापमान 46 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा बिहार के पटना में 45 डिग्री, बिहार के गया में 44.4 डिग्री, उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 44.2 डिग्री, महाराष्ट्र के ब्रह्मपुरी में 43.9 डिग्री, झारखंड के डाल्टनगंज में 43.8 डिग्री, उत्तर प्रदेश के बांदा में 43.2 डिग्री, तेलंगाना के भद्राचलम में 43.2 डिग्री, हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में 43.2 डिग्री और मध्य प्रदेश के खजुराहो में 43.2 डिग्री तापमान नोट किया गया।
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देहरादून में हुई प्री मॉनसून बारिश
वहीं, दूसरी तरफ उत्तर भारत में लगातार ऊपर चढ़ रहे गर्मी के पारे के बीच सोमवार को उत्तराखंड के देहरादून में बारिश हुई। दरअसल, मौसम विभाग ने उत्तराखंड में 16 जून यानी रविवार से अगले एक हफ्ते तक प्री-मॉनसून बारिश की संभावना जताई थी। उत्तराखंड के कई इलाकों में 16 जून से लेकर 19 जून तक झमाझम बारिश हो सकती है। वहीं, 19 जून के बाद इस बारिश में थोड़ी कमी आएगी, लेकिन यह 2-3 दिनों तक जारी रहेगी। यानी मॉनसून से पहले होने वाली यह बारिश गर्मी से बेहाल लोगों को कुछ समय के लिए राहत दिला सकती है।
पूर्वोत्तर राज्यों में पहुंचा मॉनसून
आपको बता दें कि दक्षिण भारत में दस्तक देने के बाद 'मॉनसून एक्सप्रेस' अब देश के बाकी राज्यों की तरफ बढ़ चली है। 48 से 50 डिग्री तक की गर्मी झेल रहे लोगों को मॉनसूनी बारिश का बेसब्री से इंतजार है। 11 और 12 जून के आसपास हालांकि पूर्वोत्तर भारत में बारिश की स्पीड हल्की पड़ी, लेकिन अब एक बार फिर से बादलों ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है। उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम से होते हुए पूर्वोत्तर राज्यों यानी असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी मॉनसून करीब-करीब पहुंच चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 3 से 4 दिन तक यहां लगातार बारिश होने की संभावना है। वर्तमान में बंगाल की पूर्वोत्तर खाड़ी और आसपास के इलाकों पर एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। यह चक्रवाती सर्कुलेशन धीरे-धीरे पूर्वोत्तर भारत की ओर बढ़ेगा, जिससे बारिश की रफ्तार में और बढ़ोतरी होगी।
धीरे-धीरे बारिश पकड़ेगी रफ्तार
हालांकि पिछले 24 घंटों में मॉनसून पूर्वोत्तर भारत के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ा है, लेकिन अब करीब-करीब सभी पूर्वोत्तर राज्यों में मॉनसून के आगे बढने के मजबूत आसार बन रहे हैं। गौरतलब है कि पूर्वोत्तर के लगभग सभी राज्यों में फिलहाल बारिश की कमी देखने को मिल रही है, लेकिन अनुमान है कि धीरे-धीरे बारिश की रफ्तार में बढ़ोत्तरी होने से अगले एक सप्ताह में बारिश की कमी काफी हद तक पूरी हो सकती है। मानसून पूर्वोत्तर भारत को कवर करने के लिए पूरी तरह तैयार है, लेकिन इससे पूर्वोत्तर राज्यों जैसे असम और मेघालय के कुछ हिस्सों में बाढ़ की स्थिति भी बन सकती है। इसके अलावा आसमानी बिजली और ओले गिरने की भी आशंका जताई गई है।