केरल में मानसून की दस्तक के बीच यहां तूफान आने की आशंका, मछुआरों को समुद्र में उतरने से मना किया गया
नई दिल्ली। भीषण गर्मी का सामना कर रहे लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। केरल तट पर दक्षिण पश्चिम मानसून ने दस्तक दे दी है। इसकी पुष्टि भारतीय मौसम विभाग ने की है। वहीं पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम राजीवन ने बताया कि इस साल मानसून सामान्य रहेगा। जून से सितंबर के बीच में होने वाली बारिश 102 फीसदी तक रहेगी। हालांकि दो दिन पहले ही मौसम की जानकारी देने वाली वेबसाइट स्काईमेट ने ये दावा किया था कि मानसून केरल तट पर पहुंच गया है। इससे पहले मौसम विभाग ने अपने पिछले अनुमान में कहा था कि केरल में इस बार मानसून 4-5 दिन की देरी से आएगा।
समुद्र में स्थिति बिगड़ने की संभावना
इस बीच अगले 48 घंटों के दौरान पूर्वी-मध्य और उससे सटे दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में समुद्र में स्थिति बिगड़ने की संभावना है। ऐसा ही कुछ अगले 48 घंटों में पूर्वी-मध्य और दक्षिण-पूर्वी अरब सागर, कर्नाटक-गोवा तट पर होने की उम्मीद है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव ने कहा कि मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे अगले 48 घंटों के दौरान दक्षिण-पूर्वी अरब सागर, लक्षद्वीप क्षेत्र और केरल तट पर समुद्र में न उतरें। इसके अलावा उन्हें 3 जून तक पूर्वी-मध्य अरब सागर और कर्नाटक-गोवा तटों पर पानी में उतरने से मना किया गया है। मंत्रालय ने आगे कहा कि मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 3-4 जून के दौरान पूर्वीमध्य अरब सागर के साथ महाराष्ट्र तट और और उत्तर पूर्व अरब सागर के साथ गुजरात तट से दूर रहें।
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महाराष्ट्र और गुजरात तटों तक पहुंचने की आशंका
इससे पहले आईएमडी में चक्रवातों की प्रभारी सुनीता देवी ने कहा था कि दक्षिण-पूर्व और इससे सटे अरब सागर और लक्षद्वीप क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। जिसके अगले कुछ घंटों में तेज होकर डिप्रेशन में बदलने की संभावना है। जिसके बाद ये और तेज हो सकता है। फिर इसके उत्तर की ओर बढ़ने और 3 जून तक महाराष्ट्र और गुजरात तटों के उत्तर में पहुंचने की आशंका है। जिसके चलते मछुआरों को पानी में उतरने से मना किया गया है।
यहां बारिश होने के आसार
स्काईमेट के अनुसार, आने वाले 24 घंटों के दौरान तटीय महाराष्ट्र में भारी बारिश आने की आशंका है। इसके अलावा केरल, तटीय कर्नाटक, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, असम, गंगीय पश्चिम बंगाल, मेघालय और दक्षिणी गुजरात के कुछ हिस्सों में मध्यम से तेज बारिश हो सकती है। वहीं पश्चिमी हिमालय, राजस्थान के कुछ भागों, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंतरिक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हुआ
स्काईमेट का कहना है कि अरब सागर में निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इस सिस्टम के तूफान बनने के आसार हैं। जिसका नाम निसर्ग होगा। ये आज सुबह 05:30 बजे 13 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 71 डिग्री पूर्वी देशांतर के पास था। ये गोवा से करीब 400 किमी दक्षिण-पश्चिम और मुंबई से 700 किमी दक्षिण में है। वहीं गुजरात के सूरत के दक्षिण-पश्चिम में यह 930 किमी दूर है। इसके साथ ही उत्तर भारत के जम्मू-कश्मीर के पूर्वी हिस्सों में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। जिसके प्रभाव से हरियाणा और उसके आसपास चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हुआ है। वहीं राजस्थान के दक्षिण पूर्व में भी चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
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