ममता बनर्जी ने कहा- एनआरसी को बंगाल में इजाजत नहीं
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकतंत्र के लिए प्रदर्शनों को जरूरी बताया है। उन्होंने कहा है कि वह बंगाल में एनआरसी को कभी इजाजत नहीं देंगी।
बनर्जी ने कहा, "मैं विश्वास करती हूं कि प्रदर्शन लोकतंत्र के लिए जरूरी हैं। जिस दिन प्रदर्शन अपना मूल्य खो देंगे उस दिन भारत भारत नहीं रहेगा। बंगाल में अभी भी लोकतंत्र है, हालांकि कुछ जगहों पर लोकतंत्र नहीं है। हम सबने देखा कि जादवपुर विश्वविद्यालय में क्या हुआ था।"
बनर्जी ने आगे कहा, "मैं उन 6 लोगों की मौत से दुखी हूं, जिनकी मौत राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) से उत्पन्न परेशानी के कारण हुई है। हम यहां एनआरसी को कभी इजाजत नहीं देंगे। कृप्या मुझपर विश्वास करें।"
भाजपा पर लगाया आरोप
ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि भाजपा रोजगार छीनने या भारत की अर्थव्यवस्था के नीचे जाने की बात नहीं कर रही है। उन्होंने भाजपा पर अपने राजनीतिक हितों को साधने का आरोप लगाया है। बनर्जी ने कहा कि हमने देखा है कि उन्होंने (एबीवीपी, भाजपा) जादवपुर विश्वविद्यालय में क्या किया, वे हर जगह सत्ता हासिल करना चाहते हैं।
एनआरसी को लेकर भय का माहौल
बनर्जी ने कहा कि भाजपा ने एनआरसी को लेकर भय का माहौल बनाया है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि इससे छह लोगों की मौत हो गई है। बनर्जी ने ये बात व्यापार संघों को संबोधित करते हुए कहीं।
उन्होंने कहा कि "एनआरसी बंगाल या फिर देश के किसी भी हिस्से में नहीं होगी। ये असम में असम समझौते के कारण हुई है। ये समझौता साल 1985 में तत्कालीन राजीव गांधी सरकार और ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन के बीच हुआ था।"