एएन-32 विमान सौदे की खबरे झूठी, ऐसी कोई डील नहीं हुई: रक्षा मंत्रालय
नई दिल्ली। कांग्रेस ने सैन्य परिवहन विमान एएन-32 के लिए कल-पुर्जे की आपूर्ति के सौदे में कथित 'रिश्वतखोरी' से जुड़ी एक मीडिया रिपोर्ट को लेकर आज सरकार पर हमला बोला। कांग्रेस ने कहा कि इस केंद्र सरकार इस पर उचित जवाब दे। कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते रक्षा मंत्रालय ने जवाब देते हुए कहा है कि एएन-32 के बारे में मीडिया ने गलत खबरे चलाई है। रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि भारतीय वायु सेना और ना ही रक्षा मंत्रालय ने इस तरह की कोई डील पर हस्ताक्षर किए हैं।
राहुल गाँधी ने भी इस मामले में ट्वीट कर कहा था कि रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों पर An-32 डील में यूक्रेन सरकार से वाया दुबई करोड़ों घूस लेने का आरोप है। मोदी जी, स्वघोषित चौकीदार होने के नाते, मैं आपसे अपील करता हूँ आप भ्रष्ट मोदी अफसरों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई कीजिए।
यूक्रेन ने भारतीय रक्षा मंत्रालय से इस डील में हुई भ्रष्टाचार को लेकर भारत सरकार से मदद मांगते हुए लेटर में लिखा कि यूक्रेन की कंपनी 'स्पेट्स टेक्नो एक्सपोर्ट' के बीच 26 नवंबर, 2014 को एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किया गया। इस अनुबंध के तहत यूक्रेन की कंपनी को भारतीय वायुसेना के विमान एएन-32 के लिए कल-पुर्जे की आपूर्ति करना था। पत्र में कहा गया है कि इस सौदे में भ्रष्टाचार हुआ है। 17.5 करोड़ रुपये की घूस की बात सामने आई है।