VIDEO: संप्रदायिक हिंसा में सुलग रहा था शहर, हनुमान मंदिर बचाने के लिए मुस्लिमों ने बनाई मानव श्रृखंला
बेंगलुरु। देश का आईटी हब और सबसे हाईटेक शहर में शुमार कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु मंगलवार की रात एक सोशल मीडिया पोस्ट के चलते हिंसा की भेंट चढ़ गया। 4 घंटे तक शहर में आगजनी होती रही, तोड़फोड़ और पत्थरबाजी हुई। बेंगलुरु के डीजे हल्ली इलाके में उपद्रवियों ने कांग्रेस विधायक श्रीनिवास मूर्ति के घर को निशाना बनाया। इस हिंसा में एडिश्नल पुलिस कमिश्नर समेत 60 पुलिस वालों को चोटें आई है। 3 उपद्रवियों की मौत हो गई है। जिस वक्त पूरा शहर दंगे की आग में जल रहा था उसी वक्त सांप्रदायिक सद्भाव की एक ऐसी मिसाल पेश की गई, जो आक्रामक भीड़ के गाल पर एक तमाचा है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो साझा किया है जिसमें दावा किया गया है कि हिंसा के दौरान मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने हनुमान मंदिर को भीड़ से बचाने के लिए मानव श्रृंखला बनाई।
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मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मंदिर को नुकसान होने से बचाया
सोशल मीडिया पर इस वीडियो के सामने आने के बाद लोग इस कार्य की तारीफ कर रहे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि मुस्लिम युवकों ने मानव श्रृंखला बनाकर ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि दंगाई पुलकेशीनगर स्थित मंदिर पर हमला न करें। वीडियो में सुना जा सकता है कि लोग प्रदर्शनकारियों से कह रहे हैं- ‘भगवान के लिए..यहां से चले जाओ।'
क्या था पूरा मामला
मंगलवार की रात को पैगंबर साहब को लेकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर कनार्टक में बेंगलुरु के देवराजीवनहल्ली (डीजे हल्ली) और काडुगोंडानाहल्ली (केजी हल्ली) थाना क्षेत्र में हिंसा भड़क उठी। हिंसा भड़काने का आरोप कांग्रेस विधायक श्रीनिवास मूर्ति के भतीजे नवीन पर लगा। इसके बाद श्रीनिवास मूर्ति के घर पर तोड़फोड़ हुई और बहुत सी गाड़ियों को फूंक दिया गया। दरअसल उनके घर के सामने एक हनुमान मंदिर भी था, जिसे उपद्रवी तोड़ने के लिए आगे बढ़ रहे थे। मगर उन्हें अपने ही समुदाय के लोगों का विरोध झेलना पड़ा। मुस्लिम युवाओं ने हनुमान मंदिर को बचाने के लिए एक मानव श्रृंखला बनाई और उपद्रवियों को आगे नहीं बढ़ने दिया।
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मानव श्रृंखला बनाने वाले लोगों में से एक ने कहा, ‘हमने यह दिखाने के लिए इस श्रृंखला को बनाया कि हम सभी यहां के हैं, लेकिन फिर भी हम उन लोगों को स्वीकार नहीं करेंगे जो आरएसएस की विचारधाराओं को बल देने की कोशिश कर रहे हैं।'उन्होंने कहा, ‘हम सभी भाई-बहन की तरह रहते हैं। हमारे मन में किसी भी धर्म के खिलाफ कुछ भी नहीं है। हम किसी व्यक्ति या किसी जाति या समुदाय के खिलाफ नहीं लड़ रहे हैं। हम केवल न्याय की मांग कर रहे हैं क्योंकि विधायक श्रीनिवास मूर्ति के भतीजे ने हमारे नबी (पैगंबर मोहम्मद) का अपमान किया है। हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते।'