Video: जब एक लद्दाखी बोला- आर्मी यूनिफॉर्म पहनकर जाना है बॉर्डर पर, पिता LAC पर तैनात
लेह। भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर पांच मई से टकराव जारी है। इस टकराव में 15 जून को उस समय नया मोड़ आ गया जब चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों ने भारतीय सेना के ऑफिसर्स और जवानों पर हमला बोल दिया। फिलहाल लद्दाख में शांति है और दोनों देशों की सेनाओं के बीच टकराव को खत्म करने के लिए लगातार वार्ता जारी है। इन सबके बीच ही लद्दाख से एक ऐसे किशोर का वीडियो ट्विटर पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपने पिता को हीरो बता रहा है। इस वीडियो को पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीपी मलिक तक री-ट्वीट कर चुके हैं।
यह भी पढ़ें-गलवान में मारे गए चीनी सैनिकों का अंतिम संस्कार भी नहीं
चार माह से नहीं देखा पापा को
इस वीडियो को सीनियर जर्नलिस्ट और कश्मीर मामलों की जानकार आरती टिक्कू सिंह ने अपने ट्विटर पेज पर शेयर किया है। उन्होंने इस बच्चे से पूछा कि क्या उनकी बात अपने पापा से होती है? इस पर बच्चे का जवाब था, 'अभी तो चार महीने हो गए पापा को दूर हुए बीच में उनका फोन आता है। वह कहते हैं कि अभी यहां पर सब ठीक है।' इसके बाद बच्चा आगे कहता है, 'मुझे पापा की अभी उतनी फिक्र नहीं होती है क्योंकि पापा खुद एक हीरो हैं। उन्हें कारगिल वॉर में वीर चक्र मिला था।' बच्चे ने आगे अपनी पापा की बहादुरी के बारे में बताया। उसने बताया कि कैसे टाइगर हिल पर दुश्मन की गोली लगने के बाद भी उसके पापा अपने आप ही घर तक आ गए थे।
|
बॉर्डर पर जाकर दुश्मन को जवाब देने का सपना
इस बच्चे ने आगे कहा कि उसे अपने पापा पर नाज है और उसके रीयल हीरो, उसके पापा ही हैं। अब उसे भी अपने पापा की तरह आर्मी की यूनिफॉर्म पहनकर बॉर्डर पर जाना है और देश की सेवा करनी है। बच्चे ने कहा, 'मुझे रैंक से कोई मतलब नहीं है बस मुझे आर्मी की यूनिफॉर्म पहननी है। मुझे लद्दाख स्काउट्स के साथ जुड़कर बॉर्डर पर जाना है। मेरे लिए देश पहले है और फिर मेरा घर और मेरे माता पिता। मुझे अपने मम्मी पापा से बहुत प्यार है।' इस वीडियो को अब तक 161.5 हजार लोग देख चुके हैं और करीब तीन हजार बार वीडियो को री-ट्वीट किया जा चुका है। कारगिल की जंग के समय सेना प्रमुख रहे जनरल (रिटायर्ड) वीपी मलिक और कश्मीर स्थित चिनार कोर के पूर्व कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने भी इसे री-ट्वीट किया है।
लद्दाख के लोग हर पल देश और सेना के साथ
कारगिल की जंग में पाकिस्तान के छक्के छुड़ाने वाले कर्नल (रिटायर्ड) सोनम वांगचुक ने पिछले दिनों कहा है कि लद्दाख के लोग हर पल सेना के साथ खड़े रहते हैं, लेकिन चीन को ऊंची पहाड़ियों से खदेड़ने के लिए युद्ध की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लेह के लोग देशभक्त हैं और वह अपने शरीर व आत्मा के साथ सेना के साथ खड़े हैं। उन्होंने एलएसी की सुरक्षा के लिए लद्दाख स्काउ्टस की ज्यादा से ज्यादा बटालियन तैयार करने पर जोर दिया है। कर्नल वांगचुक ने कहा, 'हमें लद्दाख स्काउट्स की ज्यादा से ज्यादा बटालियन तैयार करनी होगी क्योंकि उसके जवान इसी इलाके से होते हैं।' कर्नल वांगचुक के मुताबिक लद्दख स्काउट्स के जवानों को इस जगह और यहां के वातावरण की पूरी जानकारी होती है और वह यहां के मुश्किल रास्तों के बारे में भी जानते हैं जो कि सबसे ज्यादा अहम है।
लद्दाखी स्काउट्स बनेंगे चीन के लिए मुसीबत
कर्नल वांगचुक की मानें तो लद्दाखी स्काउट्स के जवान चीन के लिए मुसीबत साबित हो सकते हैं। भारत और चीन के मिलिट्री कमांडर्स आज एक बार फिर पूर्वी लद्दाख में जारी टकराव को खत्म करने के लिए मुलाकात कर रहे हैं। मंगलवार को जो वार्ता हो रही है वह चौथी कोर कमांडर स्तर की वार्ता है। इस मीटिंग में वार्ता में फिंगर एरिया और देपसांग में तनाव को कम करने पर बातचीत होगी। इसके अलावा टकराव वाले बिंदुओं से हथियारों को हटाने के लिए भी भारत की तरफ से कहा जा सकता है।