128 बच्चों की मौत के सवालों पर भागे CM नीतीश कुमार
पटना। बिहार में अक्यूट इन्सेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से मरने वालों बच्चों की तादात लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक इस चमकी बुखार से 128 बच्चों की मौत हो चुकी है। बच्चों की मौत पर सरकार चुप्पी साधे बैठी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बच्चों की मौत को रोकने में नाकाम हो रहे हैं तो वहीं मीडिया के सवालों का उनके पास कोई जवाब नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास मीडिया के सवालों के भी कोई जवाब नहीं हैं।
पत्रकार जब उनसे सवाल पूछने पहुंचे तो मुख्यमंत्री ने गाड़ी का शीशा चढ़ा लिया। पत्रकार उनसे सवाल पूछते रहे, लेकिन मुख्यमंत्री उनके सवालों से बचते रहे। पत्रकार उनके पीछे-पीछे भागते रहे, लेकिन नीतीश कुमार कार के शीशे बंद कर चलते बने।
शीशे के पीछे से रिपोर्टर मासूमों बच्चों की मौतों पर सवाल पूछ रहे थे, लेकिन नीतीश कुमार सीट बेल्ट बांधते दिखें, अपना कुर्ता सही करते दिखे और सवालों का अनसुना कर निकल गए। वहीं दूसरी ओर उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भी कुछ कम दिखे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में जैसे ही पत्रकारों ने चमकी बुखार को लेकर उनसे सवाल पूछना शुरू किया। बिहार में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम से अब तक 109 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है। AES सिंड्रोम से मरने वाले बच्चों की तादात लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीमारी को रोकने में सरकार नाकाम दिख रही है। वहीं बच्चों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्रियों के खिलाफ जनहित याचिका (PIL) दाखिल की गई है।
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