आखिर किसने बनाया बुरहान वानी को इतनी बड़ी चुनौती?
नई दिल्ली। हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकी कमांडर बुरहान मुजफ्फर वानी को लेकर जिस तरह का हंगामा खड़ा हुआ है उसने सोचने को मजबूर कर दिया है कि क्या वह वाकई में इतनी बड़ी चुनौती है। बुरहान वानी की शुक्रवार को एक एनकाउंटर में मार गिराया गया था जिसके बाद उसके समर्थन में प्रदर्शन होने लगे जिसपर काबू पाने के लिए सुरक्षा बलों को बल प्रयोग करना पड़ा जिसमें प29 लोगों की मृत्यु हो गयी।
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बुरहान वानी की अंतिम यात्रा के लिए बड़ी संख्या में लोग सड़को पर उमड़े और उसे एक आजादी का नायक बताने की कोशिश हुई। बुरहान सोशल मीडिया की ताकत को जानता था और वह सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के बीच गलत प्रचार करता था। वानी जमीन पर काम करने की बजाए सोशल मीडिया पर लोगों को बरगलाने का अभियान चलाता था। वन इंडिया ने जिन अधिकारियों से बात की उन्होंने भी इस बात को स्वीकार किया कि वह जमीन की बजाए सोशल मीडिया को माध्यम से लोगों को बरगला रहा था।
क्या वाकई में वानी इतनी बड़ी चुनौती है
वानी की मौत पर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियायें दी जा रही है। सेना के लिए वह उत्पाती था, वह सोशल मीडिया का आतंकी था जो हमेशा सेना को मारने की धमकी देता था। हालांकि वह कभी भी सीधी लड़ाई में जमीन पर नहीं आया, लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं के बीच जोश भरने की कोशिश करता रहा।
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यहां गौर करने वाली बात यह है कि बुरहान के सभी प्रोपेगेंडा वीडियों और पोस्ट सोशल मीडिया पर मौजूद है बावजूद इसके उसके खिलाफ कोई भी कार्यवाही नहीं की गयी। उसका फेसबुक अकाउंट एक्टिव रहा लेकिन उसके खिलाफ किसी भी तरह का एक्शन नहीं लिया गया। यही नहीं उसके द्वारा अपलोड किये गये कंटेंट को भी नहीं हटाया गया।
लंबे समय तक मीडिया उसके द्वारा शेयर किये गये पोस्ट के बारें में खबरें लिखा रहा। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होने की वजह से वह बड़ी चुनौती बनता गया। सुरक्षा अधिकारियों की मानें तो उसके अंदर एक ही काबिलियत थी कि कैसे सोशल मीडिया का इस्तेमाल बेहतर ढंग से किया जाए।
वानी के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नहीं किये जाने की वजह से आज उसकी मौत के बाद वह कश्मीर के युवाओं के लिए आइकन बनकर उभरा है। ऐसे में बुरहान को बड़ा बनाने का श्रेय सुरक्षा एजेंसियों को ही जाता है जिन्होंने उसपर कोई कार्यवाही नहीं की।