कर्नाटक में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश की आशंका, मंडराया बाढ़ का खतरा, IMD का अलर्ट जारी
नई दिल्ली। असम और बिहार के बाद अब कर्नाटक में भी भारी बारिश के कारण बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है,भारतीय मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि कर्नाटक के तटीय इलाकों में 7 से 10 अगस्त तक भारी बारिश होने की आशंका है, अगले तीन दिनों तक उत्तर कन्नड़, दक्षिण कन्नड़ में मूसलाधार बारिश हो सकती है।
कर्नाटक के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है
तो वहीं राज्य में हो रही लगातार बारिश की वजह से कर्नाटक के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है, मलनाड और उत्तरी अंदरूनी इलाकों में भारी बारिश हो रही है तो वहीं बेंगलुरु में भी बारिश हुई है और अगले दो दिनों तक इसके जारी रहने की पूरी संभावना है तो वहीं कोडागू और चिकमंगलूर जिलों में भूस्खलन की खबरें हैं। राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने आपात राहत के लिए तत्काल 50 करोड़ रुपये जारी करने का आदेश दिया है, बाढ़ का सबसे बड़ा खतरा राज्य के तटीय इलाकों में मंडरा रहा है।
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भारी से भारी बारिश का अलर्ट जारी
IMD के मुताबिक कर्नाटक में हो रही बारिश का असर आस-पास के राज्यों में भी होगा इसलिए उसने तमिलनाडु, केरल और माहे (पुदुचेरी) में अगले चार दिनों के लिए भारी से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को निर्देश जारी किए हैं कि तटबंधों पर निरंतर पेट्रोलिंग की जाए और इसके लिए एक टीम का गठन किया जाए।
स्काईमेट ने दी चेतावनी
तो वहीं स्काईमेट के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान गंगीय पश्चिम बंगाल, तटीय ओडिशा, गुजरात, कोंकण गोवा, तटीय कर्नाटक, केरल, अंडमान व निकोबार, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार के कुछ हिस्सों, झारखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
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क्या करें
- गैस और बिजली कनेक्शन बंद रखें, गैस लीक के हो तो सर्तक हो जाए।
- अगर निचले इलाके और क्षेत्र में रह रहे है तो वहां से किसी और सुरक्षित स्थान पर चले जाए।
- उबला हुआ पानी / क्लोरीनयुक्त पानी ही पिएं।
- सीवरेज, खुली नाली और गटर आदि से दूरी बनाए।
- टूट तार, बिजली के खम्बें आदि देखकर चलें।
- मलबा वगैरह का ध्यान रखें।
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क्या ना करें
- पानी वाले क्षेत्र में न चलें।
- पानी वाले क्षेत्र में ड्राइव न करें/ या ड्राइव से बचें।
- पानी के संपर्क में आने वाले भोजन को न खाएं
- क्षतिग्रस्त या टूटे हुए बिजली से चलने वाली चीजों से दूरी बनाये रखें।