दिल्ली-NCR की हवा बेहद खराब, खतरनाक स्तर पर पहुंचा प्रदूषण
नई दिल्ली। दिल्ली और एनसीआर के इलाके में प्रदूषण की वजह से हवा की क्वालिटी लगातार गिर रही है, जिसे देखते हुए दिल्ली एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) प्रभावी कर दिया गया है, जो कि 15 मार्च तक लागू रहेगा, इसमें कोई शक नहीं कि दिल्ली की स्थिति काफी विकट है, राजधानी के लोगों का सोच-सोच कर बुरा हाल है कि 15 दिनों के बाद दिल्ली का क्या हाल होगा।
पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में जलाई जा रही है पराली
दिल्ली-एनसीआर से सटे पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में हर साल की तरह इस साल भी किसानों के पराली जलाने की घटनाएं थम नहीं रही हैं, हालांकि अक्टूबर के पहले हफ्ते में पराली जलाने की घटनाएं पिछले साल की तुलना में कम दर्ज हुई हैं, लेकिन बावजूद इसके, पिछले कुछ दिनों में पंजाब और हरियाणा में इन घटनाओं के बढ़ने से दिल्ली एक बार फिर धुंध के घेरे में आ गई है।
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एयर क्वॉलिटी इंडेक्स ने 312 का कांटा छू लिया
आपको बता दें कि दिल्ली-NCR में कुल 39 स्टेशन हैं जहां दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हवा के गुणवत्ता सूचकांक की जांच होती है, 1 अक्टूबर से लेकर 15 अक्टूबर तक दिल्ली-NCR के करीब ड़ेढ दर्जन इलाके ऐसे हैं जो प्रदूषण के स्तर को पार कर चुके हैं, इनमें सबसे ज्यादा प्रदूषण द्वारका में रिकॉर्ड किया गया है, जबकि ग्रेडेड रेस्पॉन्स ऐक्शन प्लान (GRAP) लागू होने के बावजूद हवा खराब होती जा रही है, आज सुबह एयर क्वॉलिटी इंडेक्स ने 312 का कांटा छू लिया था।
कैसे कम होगा प्रदूषण
अगर अगले 48 घंटे तक यही स्थिति रहती है तो GRAP के मुताबिक पार्किंग फीस बढ़ाने, मेट्रो और बसों के फेरे बढ़ाने, लकड़ी और कोयले के इस्तेमाल पर रोक जैसे कदम उठाने होंगे।
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