15 करोड़ वाले बयान को लेकर वारिस पठान ने मांगी माफी, बोले- अपने शब्द वापस लेता हूं
मुंबई। एआईएमआईएम के नेता वारिस पठान ने अपने '15 करोड़' वाले अपने बयान पर माफी मांग ली है। उन्होंने कहा है कि मीडिया में मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है। मैने कोई देश विरोधी बात नहीं की। पठान ने कहा है कि मेरे शब्दों से अगर किसी को कोई ठेस पहुंची हो तो मैं अपने बयान को वापस लेता हूं। और मांफी मांगता हूं। वारिस पठान का ये बयान सामने आने के बाद वह राजनीतिक दलों के निशाने पर आ गए थे।
वारिस पठान ने कहा, कुछ दिनों से मीडिया में मेरा एक बयान खूब घूम रहा है जो मैंने कर्नाटक के कलबुर्गी में दिया था। 15 करोड़ वाले बयान से मेरा मतलब था के आज नागरिक संशोधन कानून के वजह से 15 करोड़ मुसलमान नारा हैं। आज हमारे घर की शेरनियां बाहर निकली हैं। 15 करोड़ कुछ ऐसे 100 लोगों पर भारी पड़ेंगे जो आज हमारे खिलाफ दिखाई दे रहे हैं। चाहे वो भाजपा से हो या फिर RSS से? उस दिन के बयान से मेरा यह मतलब था लेकिन मेरे इस बयान का अब कुछ लोग अलग ही तर्क निकाल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि, अगर मेरे इस बयान से किसी के भावना को ठेस पहुंचती हो। तो मैं अपने शब्द वापस लेता हूं। मैं एक सच्चा देश भक्त हूं। मैं अपने बयान पर मांफी मांगता हूं। मेरे खिलाफ भ्रम फैलाने की कोशिश की गई। गौरतलब है कि दक्षिण कर्नाटक में सीएए के विरोध में 16 फरवरी को आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए एआईएमआईएम नेता ने कथित तौर पर कहा था कि 15 करोड़, 100 करोड़ पर भारी पड़ेंगे।
भाजपा ने एआईएमआईएम नेता वारिस पठान के विवादास्पद बयान की शुक्रवार (21 फरवरी) को तीखी आलोचना करते हुए कहा था कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध के नाम पर साजिश और घृणा की राजनीति चल रही है। पार्टी ने कहा कि इससे यह साबित होता है कि इन लोगों के हाथ में संविधान और दिल में वारिस पठान है। भाजपा ने ऐसे बयानों पर कानून का विरोध करने वाले 'उदारवादियों की चुप्पी' पर भी सवाल उठाए।
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