SIT के सामने आरोपी ने कबूला, 'अपने धर्म को बचाने के लिए की थी गौरी लंकेश की हत्या'
बेंगलुरू: वरिष्ठ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या मामले में पुलिस ने छठी गिरफ्तारी की थी। पकड़े गये छठे संदिग्ध से एसआईटी ने पूछताछ की थी जिसमें हैरान करने वाला खुलासा हुआ है। एसआईटी ने इस केस को सुलझाने का दावा किया है। एसआईटी का दावा है कि गिरफ्तार किए गए शख्स ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। बता दें कि पत्रकार गौरी लंकेश की पिछले वर्ष 5 सितंबर को उनके घर के सामने ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
वाघमोरे ने कबूला, की थी गौरी लंकेश की हत्या
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, 26 साल के वाघमोरे ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने जब गौरी लंकेश को मारा तब उसे पता नहीं था, कि उसे किसको मारना है। एसआईटी के सूत्रों के अनुसार, वाघमोरे का कहना है कि मई 2017 में उससे कहा गया कि अपना धर्म बचाने के लिए उसे किसी को मारना है। तब वो नहीं जानता था कि वह कौन है, लेकिन अब वो सोचता है कि उसे एक महिला की जान नहीं लेनी चाहिए थी।
वाघमरे कुछ ही दिन पहले आया था बेंगलुरू
वाघमरे ने माना है कि उसे 3 सितंबर को बेंगलुरू लाया गया जहां उसकी ट्रेनिंग हुई। रिपोर्ट के मुताबिक उसे एक घर में ले जाया गया और उसके दो घंटे बाद एक बाइक सवार ने आकर उस घर को दिखाया जहां किसी को गोली मारना था। इसके अगले दिन एक बाइक सवार बेंगलुरु के एक दूसरे घर में ले जाया गया और फिर आरआर नगर ले जाया गया, जहां वो शाम तक ठहरा।
गौरी लकेंश को घर के सामने मारी थी गोली
रिपोर्ट के मुताबिक, वाघमरे को सितंबर 5 की शाम 4 बजे के करीब उसे एक गन दी गई। इसके बाद शाम ढलते ही वो लोग गौरी लंकेश के घर के पास पहुंच गए थे। गौरी लकेंश अपने घर के बाहर कार रोककर गेट खोल रही थीं तभी उसने चार गोलियां चलाई और फिर उसी रात शहर छोड़ निकल गए थे।