वधावन परिवार ने पूरा किया क्वारंटाइन पीरियड, अब हिरासत में लेगी ED और CBI
मुंबई: उद्योगपति और DHFL के प्रमोटर्स कपिल वधावन और उनके परिवार ने क्वारंटाइन पीरियड को पूरा कर लिया है। जिसके बाद अब उन्हें ईडी और सीबीआई हिरासत में ले सकती है। वधावन परिवार के 23 लोग 5 गाड़ियों में सवार होकर 15 दिन पहले महाबलेश्वर पहुंचे थे। जिसके बाद लॉकडाउन तोड़ने के चलते सभी को हिरासत में ले लिया गया था। साथ ही कोरोना के खतरे को देखते हुए उन्हें क्वारंटाइन किया गया था। वधावन परिवार का नाम कई बड़े घोटालों से जुड़ा है, जिसकी उच्चस्तरीय जांच अभी चल रही है।
महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मामले में बताया कि वधावन परिवार ने क्वारंटाइन पीरियड को पूरा कर लिया है। महाराष्ट्र पुलिस ने ईडी और सीबीआई को इस बारे में जानकारी दे दी है, ताकी वो आकर उन्हें हिरासत में लें। वहीं अगर आज ईडी और सीबीआई ने उन्हें हिरासत में नहीं लिया तो वे महाराष्ट्र पुलिस की हिरासत में रहेंगे। हाउसिंग फाइनेंस की कंपनी DHFL के चेयरमैन कपिल वधावन और कंपनी के गैर-कार्यकारी निदेशक धीरज वधावन के खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज हैं। दोनों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच ईडी कर रही है।
'कोरोना वायरस से भी भयानक महामारी भविष्य में आ सकती हैं'
यस
बैंक
घोटाले
से
जुड़ा
नाम
सिर्फ
पीएमसी
बैंक
नहीं
बल्कि
यस
बैंक
घोटाले
से
भी
वधावन
बंधुओं
का
नाम
जुड़ा
है।
ईडी
ने
इस
मामले
की
जांच
के
दौरान
धीरज
वधावन
और
कपिल
वधावन
को
समन
किया,
लेकिन
दोनों
ईडी
के
सामने
पेश
नहीं
हुए।
ईडी
का
आरोप
है
कि
DHFL
ने
कर्ज
के
लिए
यस
बैंक
के
पूर्व
निदेशक
राणा
कपूर
के
परिवार
की
कंपनियों
को
600
करोड़
रुपए
के
घूस
दिए।
जमानत
रद्द
करने
के
लिए
याचिका
प्रवर्तन
निदेशालय
(ईडी)
ने
बॉम्बे
हाईकोर्ट
में
अपील
फाइल
कर
मनी
लॉन्ड्रिंग
के
एक
मामले
में
डीएचएफएल
के
प्रवर्तक
कपिल
वधावन
की
जमानत
रद्द
करने
की
मांग
की
है।
ईडी
ने
दलील
दी
है
कि
वधावन
ने
जमानत
की
शर्तों
का
कथित
तौर
पर
उल्लंघन
किया
और
कोरोना
वायरस
संकट
के
चलते
लागू
लॉकडाउन
के
दौरान
महाबलेश्वर
की
यात्रा
की।
प्रवर्तन
निदेशालय
की
वकील
पूर्णिमा
कंथारिया
की
ओर
से
दायर
याचिका
को
हाईकोर्ट
के
न्यायाधीश
पी.डी
नाइक
की
बेंच
ने
स्वीकार
कर
लिया
है
और
मामले
की
सुनवाई
की
अगली
तारीख
23
अप्रैल
के
लिए
तय
की
है।