एजीआर बकाया: वोडाफोन-आइडिया ने 3354 करोड़ और जमा किए, कहा- बकाए 6854 करोड़ का भुगतान पूरा
नई दिल्ली। वोडाफोन आइडिया ने सोमवार को टेलीकॉम डिपार्टमेंट को एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) के मद में 3,354 करोड़ रुपए का भुगतान किया है। अब तक कंपनी सरकार को एजीआर बकाए का 6,854 करोड़ रुपए दे चुकी है। कंपनी की ओर से कहा गया है कि अब उसने स्व-आकलन के हिसाब से एजीआर बकाए की मूल राशि का पूरा भुगतान कर दिया है।
वोडाफोन आइडिया ने बीएसई को दी फाइलिंग में कहा है कि उसने टेलीकॉम डिपार्टमेंट को 3,354 करोड़ रुपए का भुगतान किया है। इस तरह एजीआर बकाए की मूल राशि में बचे हुए भाग का भुगतान हो गया है। कंपनी एजीआर बकाए की 6,854 करोड़ रुपए की मूल राशि का भुगतान कर चुकी है। कंपनी ने कहा कि वह एजीआर देनदारी पर स्वआकलन रिपोर्ट टेलीकॉम डिपार्टमेंट को छह मार्च को सौंप चुकी है। इससे पहले कंपनी ने 17 फरवरी को 2,500 करोड़ रुपए और 20 फरवरी को 1000 करोड़ रुपए का भुगतान किया था।
दूरसंचार विभाग के मुताबिक, वोडाफोन आइडिया पर 53,000 करोड़ रुपये बकाया है। इसमें ब्याज, जुर्माना और राशि के भुगतान में की गई देरी पर ब्याज भी शामिल है।
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल अक्टूबर में व्यवस्था दी थी कि स्पेक्ट्रम शुल्क और लाइसेंस शुल्क की गणना में गैर दूरसंचार राजस्व को भी शामिल किया जाना चाहिए। इस आधार पर दूरसंचार विभाग ने भारती एयरटेल से 35,000 करोड़ रुपये का एजीआर बकाया चुकाने को कहा । वहीं एयरटेल ने एजीआर बकाये का खुद जो आकलन किया है उसके हिसाब से यह राशि 13,004 करोड़ रुपये बैठती है। इसी तरह वोडाफोन आइडिया के मामले में दूरसंचार विभाग ने 53,000 करोड़ रुपये का बकाया बनाया है। वहीं कंपनी के खुद के आकलन में कहा कि उस पर 21,533 करोड़ रुपये का बकाया बनता है।
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