ट्रैक्टर परेड में हिंसा के बाद राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ ने किसान आंदोलन से खुद को किया अलग
गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में किसानों द्वारा निकाली गई ट्रैक्टर रैली के दौरान भड़की हिंसा को ऑल इंडिया किसान संघर्ष समन्वय समिति के सरदार वीएम सिंह ने शर्मनाक बताया है।
नई दिल्लीॆ। गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में किसानों द्वारा निकाली गई ट्रैक्टर रैली के दौरान भड़की हिंसा को ऑल इंडिया किसान संघर्ष समन्वय समिति के सरदार वीएम सिंह ने शर्मनाक बताया है। उन्होंने अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और खुद को किसान आंदोलन से अलग करने की बात कही है।
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उन्होंने इसको लेकर मीडिया को दिये बयान में कहा, "हम किसी ऐसे व्यक्ति के साथ विरोध को आगे नहीं बढ़ा सकते जिसकी दिशा कुछ और हो। इसलिए, मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं, लेकिन वीएम सिंह और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति इस विरोध को तुरंत वापस ले रही है।" उन्होंने कहा,"हम एमएसपी के लिए आए हैं, हुड़दंग मचाने नहीं आए। जिन लोगों ने ट्रैक्टर रैली के लिए तय रूटों का उल्लंघन किया, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। जो हुआ, वो बहुत शर्मनाक था। अब हमें यह देखना है कि हम उनलोगों के साथ कैसे आगे बढ़ेंगे, जो आंदोलन को ही खत्म करना चाहते हैं।"
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गौरतलब है कि 26 जनवरी के दिन दिल्ली में कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने एक ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया था, जिसने थोड़े ही समय में हिंसक रूप ले लिया। रैली में मौजूद प्रदर्शनकारी हाथ में लाठी-डंडा लेकर दिल्ली के सभी इलाकों में फैल गए और उन्होंने जमकर बवाल काटा। इस दौरान वह लाल किले की प्राचीर पर भी चढ़ गए और उन्होंने वहां झंड़ा भी फहराया।
इसके अलावा उन्होंने सार्वजनिक संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुंचाया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शऩकारियों के बीच भी हिंसक झड़पें हुईं जिनमें कई पुलिस वाले भी घायल हो गए थे। इसके अलावा इस हिंसा में एक किसान की भी मौत हो गई थी।