बलिदान बैज मामले में धोनी के सपोर्ट में आए वीके सिंह, बोले- सुरक्षा बलों के लिए दिखाया सम्मान
नई दिल्ली: आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 में एम एस धोनी के विकेटकीपिंग ग्लव्स ने विवाद खड़ा कर दिया है। भारत ने आईसीसी विश्व कप 2019 में अपना पहला मैच 5 जून को साउथंप्टन में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था। इस मैच में धोनी उस समय सबकी नजरों में आ गए जब विकेटकीपिंग के दौरान उनके ग्लव्स पर 'बलिदान बैज' का निशान देखा गया। इस मामले के सामने आने के आईसीसी ने बीसीसीआई से अनुरोध किया था कि इस निशान को हटा लिया जाए। इस मामले में पूर्व आर्मी चीफ और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने प्रतिक्रिया दी है और धोनी का समर्थन किया है।
|
धोनी के सपोर्ट में आए वीके सिंह
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा कि विकेटकीपिंग के दौरान अपने दस्ताने(ग्लव्स) के ऊपर 'बालिदान' प्रतीक चिन्ह पहनकर एमएस धोनी ने सुरक्षा बलों के लिए अपना प्यार और सम्मान दिखाया है। उन्होंने आईसीसी को आड़ें हाथों लेते हुए कहा कि उन्हें यह समझना चाहिए कि यह किसी भी राजनीतिक / धार्मिक / नस्लीय गतिविधियों से संबंधित नहीं है बल्कि यह हमारे राष्ट्रीय गौरव के बारे में है।
बीसीसीसीआई धोनी के पक्ष में
वीके सिंह से पहले आईसीसी की आपत्ति जताने के बाद बीसीसीआई भी धोनी के सपोर्ट में खड़ा हो गया है। बीसीसीआई के सीओए चीफ विनोद राय ने कहा कि बीसीसीआई धोनी के साथ हैं। धोनी अपने ग्लव्स से "बलिदान बैज" नहीं हटाएंगे। हम इसके बारे में आईसीसी से भी बात करेंगे। उन्होंने धोनी का पक्ष रखते हुए साफ कहा कि आईसीसी के नियमों के मुताबिक कोई खिलाड़ी ऐसा निशान नहीं पहन सकता है जिसकी कोई राजनीतिक, धार्मिक, नस्लीय, सैन्य या फिर व्यवसायिक महत्ता है। इस केस में धोनी का 'बलिदान बैज' किसी भी उपरोक्त श्रेणी में नहीं आता है। इसलिए अब हम आईसीसी को बताने जा रहे है कि इसको हटाने की कोई जरूरत नहीं है।
क्या है बलिदान बैज?
इस बैज में 'बलिदान' शब्द को देवनागरी लिपि में लिखा गया है। यह बैज चांदी की धातु से बना होता है, जिसमें ऊपर की तरफ लाल प्लास्टिक का आयत होता है। यह बैज केवल पैरा-कमांडो द्वारा पहना जाता है। भारतीय सेना की एक स्पेशल फोर्सेज की टीम होती है जो आतंकियों से लड़ने और आतंकियों के इलाके में घुसकर उन्हें मारने में दक्ष होती है। मुश्किल ट्रेनिंग और पैराशूट से कूदकर दुश्मन के इलाके में घुसकर दुश्मन को मारने में महारत हासिल करने वाले इन सैनिकों को पैरा कमांडो कहा जाता है।
ये भी पढ़ें-धोनी के ग्लव्स विवाद पर विनोद राय ने बताया, क्या होगा BCCI का अगला कदम