विवेक तिवारी मर्डर केस: पुलिस ने SIT के दिए आदेश , कहा- सुनियोजित हत्या नहीं
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के वीआईपी इलाके में शुक्रवार रात एक पुलिस कॉन्स्टेबल ने एक कंपनी के एरिया मैनेजर को गोली मार दी। घटना लखनऊ के सबसे पॉश इलाके गोमतीनगर की है जहां एप्पल के एक एरिया मैनेजर विवेक तिवारी को पुलिस के सिपाहियों ने गोली मारी। इस मामले में पुलिस ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। एसएसपी लखनऊ कलानिधि नैथानीने कहा कि, विवेक तिवारी की हत्या की जांच के लिए एसआईटी बनाई गई। महानगर के इंस्पेक्टर मामले की जांच करेंगे। एसएसपी ने बताया कि, विवेक की मौत पुलिसकर्मी का गोली लगाने से हुई है, लेकिन यह सुनियोजित हत्या नहीं है।
आरोपी दोनों कांस्टेबल बर्खास्त
एसएसपी ने बताया कि थाने में एक तहरीर आई थी। जिसमें एक महिला ने कहा कि, उसके ऑफिस की दो पुलिसकर्मियों ने गोलीमार कर हत्या कर दी है। पुलिस ने महिला की तहरीर पर दो पुलिसकर्मी प्रशांत चौधरी और संदीप को हत्या के अपराध में धारा 302 के तहत गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया है। इसके साथ ही मृतक विवेक के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी करायी गई है। वहीं मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या के आरोपी दोनों कांस्टेबल बर्खास्त कर दिया गया है।
सहकर्मी सना ने ही पुलिस को मदद के लिए फोन किया
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने घटना के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि विवेक के साथ गाड़ी में मौजूद उनकी सहकर्मी सना ने ही पुलिस को मदद के लिए फोन किया था। जिसके बाद पुलिस ने वहां पहुंचकर दोनों को अस्पताल भेजा। पुलिस ने बताया कि, विवेचना में कहा गया है कि, विवेक की गाड़ी को उन्होंने रोकने की कोशिश। गाड़ी को रिवर्स अपनी ओर आते देख पुलिसकर्मियों को लगा कि वह उन पर गाड़ी चढ़ा देगा तो उन्होंने फायर कर दिया।
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घटना रात 1:30 और 1:45 बजे की बताई जा रही है
गोली लगने के बाद विवेक की गाड़ी अंडर पास से टकरा गई। जिसके बाद सना ने पुलिस को फोन किया। वह पुलिस को सिर्फ विवेक का नाम बता सकी। वह घटनास्थल का पता नहीं बता पा रही थी। पुलिस के मुताबित घटना रात 1:30 और 1:45 बजे की बताई जा रही है। एसपी नैथानी ने कहा कि मौके से पुलिस की सिपाहियों की मोटरसाइकिल मिली थी जिसकी हालत काफी खराब थी। इसके अलावा आरोपी दोनों कॉन्स्टेबलों के घुटने में चोट लगी थी। हालांकि इस चोट की जांच की जाएगी कि आखिर यह उन्हें कैसे लगी।
विवेक के कैरेक्टर को लेकर किसी ने बयान नहीं दिया
उन्होंने कहा कि विवेक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने से हुई मौत का कारण साफ साफ लिखा है। वहीं सिपाहियों से पूछताछ जारी है। गाड़ी में मौजूद विवेक की सहकर्मी सना के बारे में एसपी ने कहा कि वह मीडिया के सामने आकर बात रख सकती है। उन पर कोई दवाब नहीं है। वही पुलिस ने साफ किया कि विवेक के कैरेक्टर को लेकर किसी ने बयान नहीं दिया है। ये बिल्कुल झूठ है। पुलिस की ओर से विवेक का चरित्र हनन नहीं किया गया है।
ADG बोले- कॉन्स्टेबल गाड़ी के टायर पर भी गोली चला सकते थे
एसपी ने बताया कि घटना के समय कोई भी शख्स नशे में नहीं था। सिपाहियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मौजूद हैं।दोनों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज हुआ है। वहीं इस मामले पर यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने विवेक तिवारी हत्या मामले में स्पष्ट कहा कि यह हत्या का मामला है और दोनों ही सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने विवेक तिवारी के चरित्र को लेकर कही गई सारी बातों को सिरे से खारिज भी किया। इस मामले में कानून का उल्लंघन किया गया है। अगर घटना के दौरान गोली चलाने की जरूरत थी तो कॉन्स्टेबल गाड़ी के टायर पर भी गोली चला सकते थे।
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