पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, गोली लगने के बाद 55 मिनट तक जिंदा थे विवेक तिवारी
यूपी की राजधानी लखनऊ में सिपाही प्रशांत चौधरी की गोली का शिकार हुए एप्पल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की मौत के मामले में अपनी कार्यप्रणाली को लेकर यूपी पुलिस शुरू से ही सवालों के घेरे में है।
नई दिल्ली। यूपी की राजधानी लखनऊ में सिपाही प्रशांत चौधरी की गोली का शिकार हुए एप्पल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की मौत के मामले में अपनी कार्यप्रणाली को लेकर यूपी पुलिस शुरुआत से ही सवालों के घेरे में है। मंगलवार को एसआईटी ने घटनास्थल पर जाकर मामले का नाट्य रूपांतरण किया तो जांच में भी कई कड़ियां उलझ गईं। अब विवेक तिवारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में एक बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक विवेक तिवारी गोली लगने के बाद करीब 55 मिनट तक जिंदा थे।
अस्पताल पहुंचाने में लगा दिए 35 मिनट
इस मामले में एकमात्र चश्मदीद सना खान ने बताया था कि विवेक तिवारी को रात के करीब 1:30 बजे गोली लगी थी। इसके बाद उनकी गाड़ी अंडरपास की दीवार से टकराई और उन्होंने मदद की गुहार लगाई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का कहना है कि विवेक को गोली लगने के करीब 35 मिनट बाद यानी 2 बजकर 05 मिनट पर अस्पताल लाया गया। इसके 20 मिनट बाद 2:25 बजे विवेक की मौत हो गई। यानी गोली लगने के बाद 55 मिनट तक विवेक की सांसें चलती रहीं।
ये भी पढ़ें- सना के बाद 'गुमनाम टीचर' के बयान से विवेक तिवारी मर्डर केस में आया नया मोड़
विवेक के लिए काफी अहम थे 55 मिनट
डॉक्टरों की टीम का कहना है कि ये 55 मिनट विवेक की जान बचाने में काफी अहम साबित हो सकते थे। सना खान ने भी अपने बयान में कहा था कि पुलिसकर्मियों ने विवेक को अस्पताल पहुंचाने में काफी देर की। सना ने कहा था कि गोली लगने के बाद करीब एक मिनट तक विवेक होश में थे, अगर उन्हें समय से अस्पताल पहुंचाया जाता तो शायद वो बच सकते थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के इस नए तथ्य से मामले को लेकर एक बार फिर पुलिस की लापरवाही उजागर हुई है।
8-9 फीट की दूरी से मारी विवेक को गोली
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह भी पता चला है कि विवेक तिवारी को करीब 8-9 फीट की दूरी से गोली मारी गई। यानी आरोपी पुलिसकर्मी ने गाड़ी के बोनट के बेहद नजदीक से विवेक पर गोली चलाई। आपको बता दें कि यूपी पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात प्रशांत चौधरी ने बीते शुक्रवार की रात लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में विवेक तिवारी को गोली मार दी थी। घटना के वक्त एक दूसरा सिपाही संदीप कुमार भी प्रशांत के साथ मौजूद था। दोनों सिपाहियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जा चुका है।
ये भी पढ़ें- अब सना के बयानों से ही उलझी विवेक मर्डर केस की गुत्थी, इन बातों पर फंसा पेंच