वो चार बड़े खुलासे, जो विवेक के 'कातिल' प्रशांत चौधरी ने SIT के सामने किए
लखनऊ के गोमतीनगर में पुलिस की गोली से मारे गए एप्पल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी के हत्यारोपी प्रशांत चौधरी ने एसआईटी को जो बयान दिए हैं, उनमें कुछ बड़े खुलासे हुए हैं।
नई दिल्ली। लखनऊ के गोमतीनगर में पुलिस की गोली से मारे गए एप्पल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी के हत्यारोपी प्रशांत चौधरी ने एसआईटी को जो बयान दिए हैं, उनमें कुछ बड़े खुलासे हुए हैं। केस की जांच कर रही एसआईटी में शामिल अधिकारी गुरुवार को आरोपी दोनों सिपाहियों के बयान दर्ज करने जेल पहुंचे। एसआईटी के सामने प्रशांत चौधरी ने 28 सितंबर की रात हुई इस घटना के बार में विस्तार से बताया। इस दौरान प्रशांत चौधरी के बयानों से चार बड़ी बातें निकलकर सामने आईं।
आत्मरक्षा में गोली चलाने के बयान से पलटा प्रशांत
एसआईटी के सामने अपने बयान दर्ज कराते हुए प्रशांत चौधरी ने कहा कि उसके हाथ से गलती से गोली चल गई। प्रशांत ने बताया, 'जब हम लोगों ने गाड़ी में बैठे विवेक और सना को बाहर निकलने के लिए कहा तो वो गाड़ी लेकर जाने लगे और बाइक में टक्कर मार दी। उन लोगों ने बाइक में तीन बार टक्कर मारी, इसपर चेतावनी देने के लिए मैंने पिस्टल निकाली और गलती से गोली चल गई।' इससे पहले घटना के अगले दिन प्रशांत ने मीडिया के सामने कहा था कि विवेक ने उसके ऊपर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की थी, इसलिए उसने आत्मरक्षा में गोली चलाई।
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थाने में बदले कपड़े और 5 बजे तक घूमता रहा
घटना के अगले दिन जब प्रशांत चौधरी मीडिया के सामने आया तो उसने लाल रंग की टीशर्ट पहनी हुई थी। एसआईटी के अधिकारियों ने उससे पूछा कि क्या घटना के वक्त उसने वर्दी नहीं पहनी हुई थी। इसपर प्रशांत चौधरी ने बताया कि घटना के वक्त वो वर्दी में ही था। घटना के बाद जब वो थाने आया तो उसने अपनी पत्नी को इस बारे में बताया। उसकी पत्नी ही उसके लिए कपड़े लेकर थाने पहुंची। प्रशांत ने थाने में ही वर्दी उतारकर लोअर और टीशर्ट पहने और इसके बाद थाना परिसर में ही घूमता रहा। बाद में सुबह 5 बजे उसे पता चला कि उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है।
मौके से भागने की बात से किया इंकार
प्रशांत ने एसआईटी के अधिकारियों को बताया कि घटना के बाद वो मौके से नहीं भागा था। प्रशांत ने इस बारे में बताया कि गाड़ी की टक्कर से उसकी बाइक क्षतिग्रस्त हो गई थी, इसी वजह से वो गाड़ी का पीछा नहीं कर पाया। प्रशांत ने बताया कि घटना के बाद उसने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की सूचना दी। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर उससे थाने जाने के लिए कहा, जिसके बाद वो थाने आ गया। इसके बाद सुबह प्रशांत का मेडिकल कराया गया।
प्रभारी निरीक्षक ने काट दिया प्रशांत का फोन
प्रशांत ने अपने बयान दर्ज कराते हुए बताया कि घटना के बाद उसने सबसे पहले अपने थाने के प्रभारी निरीक्षक को फोन कर मामले की जानकारी दी। प्रशांत के मुताबिक प्रभारी निरीक्षक ने पूरी बात सुनने के बाद यह कहकर फोन काट दिया कि वो इस वक्त थाने पर नहीं हैं और तुम नाइट अफसर को सूचना दो। प्रशांत ने बताया कि इसके बाद उसने नाइट अफसर को फोन कर मामले की सूचना दी। एसआईटी ने प्रशांत से पूछा कि क्या वो पहले से विवेक और सना को जानता था? इसपर प्रशांत ने कहा कि वो विवेक या सना को नहीं जानता था, उसने पहली बार उन लोगों को देखा था।
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