कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा बोले- विकास दुबे मरने योग्य, लेकिन पुलिस एनकाउंटर सही नहीं
नई दिल्ली: कानपुर एनकाउंटर का मुख्य आरोपी विकास दुबे गुरुवार को उज्जैन से गिरफ्तार हुआ। बाद में कानपुर वापस आते वक्त विकास पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। इस दौरान चार पुलिसकर्मी भी घायल बताए जा रहे हैं। वहीं एनकाउंटर पर अब सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं। कांग्रेस नेता लगातार यूपी सरकार और यूपी पुलिस को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं।
कांग्रेस से राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ अधिवक्त विवेक तन्खा ने ट्वीट कर लिखा कि विकास दुबे मरने योग्य था, लेकिन अदालत के आदेश पर उसे फांसी पर लटकाया जाना था, पुलिस के हाथों नहीं। क्या यूपी सरकार ने न्यायप्रणाली में विश्वास खो दिया है। शीर्ष नेताओं के साथ उसकी तस्वीरें और उसका आपराधिक इतिहास चौंकाने वाला है।
Vikas Dubey deserved to die :: but by hanging to death on orders of court :: not at the hands of police :: however justified their anger :: has UP Govt lost faith in its cri justice delivery system :: his access pics with top leaders :: despite his long criminal history shocking
— Vivek Tankha (@VTankha) July 10, 2020
कैसे
हुआ
एनकाउंटर?
कु्ख्यात
गैंगस्टर
विकास
दुबे
को
लेकर
कानपुर
आ
रही
एसटीएफ
के
काफिले
की
गाड़ी
दुर्घटनाग्रस्त
हो
गई।
इस
गाड़ी
में
विकास
दुबे
भी
था,
कहा
जा
रहा
है
कि
इस
दौरान
विकास
दुबे
ने
एसटीएफ
के
पुलिसकर्मियों
की
पिस्टल
छीन
कर
भागने
की
कोशिश
की,
जिसके
बाद
पुलिस
टीम
ने
विकास
दुबे
पर
जवाबी
फायरिंग
की,
इस
मुठभेड़
में
एक
गोली
विकास
के
सिर
पर
लगी
और
वो
गंभीर
रूप
से
घायल
हो
गया
और
अस्पताल
ले
जाते
वक्त
ही
उसने
दम
तोड़
दिया।
कानपुर
एसपी
ने
उसकी
मौत
की
अधिकारिक
पुष्टि
की
है।