जब 10 मिनट के ईंधन में विस्तारा की फ्लाइट लखनऊ में हुई लैंड
नई दिल्ली। 153 यात्रियों को लेकर मंबई से दिल्ली जा रही विस्तारा एयरलाइंस की एक फ्लाइट को उस समय एक बेहद ही डरा देने वाली स्थिति का सामना करना पड़ा जब उसे लखनऊ के ओर डायवर्ट कर दिया गया। जब फ्लाइट ने लखनऊ में लैंड किया तो उसमें केवल 300 किलोग्राम ईंधन बचा था। रिपोर्ट के मुताबिक, विमान इतने ईंधन से केवल 10 मिनट तक ही उड़ सकता था।
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, ईंधन को लेकर लगातार बिगड़ती स्थिति को देखते हुए विमान के पायलटों ने 'फ्यूल मिडवे' घोषित करने का फैसला किया और एयर ट्रैफिक कंट्रोल को अपनी स्थिति की जानकारी दी। डीजीसीए को एक मामले की जानकारी मिली थी कि मुंबई से दिल्ली जाने वाली विस्तारा फ्लाइट यूके944 को खराब मौसम के चलते लखनऊ ले जाया गया था। बाद में पता चला कि विमान में ईंधन (फ्यूल) कम था। ऐसे में डीजीसीए ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए पायलट पर रोक लगा दी है।
विमानन विशेषज्ञों के मुताबिक, सामान्यत: मुंबई से दिल्ली सेक्टर में उड़ान भरने वाले एयरबस A-320 नियो विमानों में अतिरिक्त 60 मिनट तक उड़ान भरने जितना ईंधन होता है। इस अतिरिक्त ईंधन का इस्तेमाल उस स्थिति में किया जाता है जब विमान को किन्हीं कारणों से वैकल्पिक एयपोर्ट की तरफ डाइवर्ट करना पड़े। इस मामले में A-320 नियो विमान खराब मौसम की वजह से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतर नहीं सका और उसे लखनऊ डाइवर्ट कर दिया गया, लेकिन लखनऊ के आसमान में विजिबिलिटी यानी दृश्यता अचानक कम होने की वजह से पायलटों ने कानपुर या इलाहाबाद जैसे वैकल्पिक हवाईअड्डों पर उतरने का फैसला किया।
एयरलाइंस ने बताया कि, जब विमान प्रयागराज के रास्ते में था, तब लखनऊ एटीसी ने लखनऊ में मौसम ठीक होने की जानकारी दी जिसके बाद पायलटों ने वापस लखनऊ जाने का निर्णय लिया क्योंकि वहां यात्रियों और विमान के लिए बेहतर सुविधा मौजूद है। विमान में फ्लाइट प्लान के अनुसार तय ईंधन से ज्यादा ईंधन था। लेकिन जब विमान को फिर बीच रास्ते से वापस ले जा रहे थे तब विमान में ईंधन अपने निम्नतम स्तर पर पहुंच चुका था। इस लापरवाही पर डीजीसीए ने एक्शन लिया है।
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