सफर होगा यादगार: इस ट्रेन में है शीशे की छत, घूमने वाली सीट, जानिए किराया और रूट
नई दिल्ली। यात्रियों को आरामदायक सफर मुहैया करने की दिशा में भारतीय रेलवे की तरफ से एक नया प्रयास किया गया है। जी हां रेलवे की तरफ से मुंबई-गोवा रूट पर पारदर्शी विस्टाडोम कोच (ग्लास-टॉप) शुरू किए गए हैं। इन कोचों में शीशे की छत, घूमने वाली कुर्सी और मनोरंजन के लिए हैंगिंग एलसीडी होंगे। इन कोचों को दादर-मडगांव जन शताब्दी एक्प्रेस में लगाया जाएगा। एक कोच में 40 सीटें हैं और इसे बनाने में 3.38 करोड़ रुपए की लागत आई है। इस कोच में सफर करने के दौरान यात्री अपने चारों तरफ के नजारे देख सकेंगे। केंद्रीय रेलवे के प्रवक्ता सुनील उदासी ने बताया कि खासतौर पर डिजाइन किया गया यह एयरकंडीशंड विस्टाडोम कोच, भाारतीय रेलवे में अपनी तरह का इकलौता है।
जान लीजिए कब-कब चलेगी यह ट्रेन
सुनील उदासी ने बताया कि मॉनसून में यह ट्रेन सप्ताह में तीन दिन चलेगी और मॉनसून खत्म होने के बाद सप्ताह में पांच दिन चलेगी। जन शताब्दी एक्सप्रेस के दादर से छूटने का समय सुबह 5.25 बजे है और यह उसी दिन शाम 4 बजे तक मडगांव पहुंच जाती है। इन कोचों की बुकिंग सभी कम्प्यूटराइज्ड रिजर्वेशन सेंटर्स और IRCTC वेबसाइट के जरिए शुरू हो गई है।
जानिए कितना होगा किराया
सुनील उदासी के मुताबिक, इन कोचों का किराया शताब्दी एक्सप्रेस के एक्जीक्यूटिव क्लास जितना होगा। मूल किराए के अतिरिक्त रिजर्वेशन चार्ज, जीएसटी और कोई अन्य चार्ज जोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा, "इसमें कोई कंसेशन (छूट) नहीं मिलेगी और सभी यात्रियों को पूरा किराया चुकाना होगा। न्यूनतम यात्रा दूरी 50 किलोमीटर होगी।"
360 डिग्री पर घूमेगी सीट
360 डिग्री पर घूमने वाली इसकी चौड़ी सीटें हैं जिससे सफर में नजारों का मजा लेने वालों को बेहतरीन अनुभव मिलेगा। यह खास कोच सितंबर के पहले हफ्ते में केंद्रीय रेलवे ने अपने मुख्यालय- छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल पर मंगवाया था।
Read Also- दुआ करें कि पीएम मोदी को बुलेट ट्रेन में नीचे न सोना पड़े!