महिलाओं से मालिश, रोज 10 का बलात्कार, दिल्ली के 'राम रहीम' के 10 चौंकाने वाले खुलासे
Recommended Video
नई दिल्ली। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद अब एक और बाबा कानून के शिकंजे में फंसता जा रहा है। इस बाबा का नाम वीरेंद्र देव दीक्षित है, जिसका दिल्ली के रोहिणी स्थित आध्यात्मिक विश्वविद्यालय के नाम से आश्रम है। हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई की टीम ने दीक्षित के आध्यात्मिक आश्रम में छापेमारी की, इस कार्रवाई में करीब 40 से ज्यादा लड़कियों को छुड़ाया गया। जिनमें कई नाबालिग भी हैं। जांच में पता चला है कि वीरेंद्र देव दीक्षित का आश्रम कई अवैध गतिविधियों का केंद्र रहा है। वीरेन्द्र देव का आश्रम चार मंजिल का था, हर मंजिल पर अलग-अलग उम्र की लड़कियों रखा गया था। इतना ही नहीं वहां लड़कियों की उम्र को देखते हुए उनके काम तय किए गए थे। ऐसी जानकारी मिली है कि आरोपी वीरेंद्र देव आश्रम की तीसरी मंजिल पर रहता था। जहां केवल 25 से 28 साल की लड़कियों को रखा जाता था। खुद वीरेंद्र दीक्षित इन लड़कियों का शोषण करता था। वो रोजाना 10 लड़कियों दुष्कर्म करता था। लड़कियों से मालिश कराने का भी उसका शौक था। दिल्ली के 'राम रहीम' के 10 चौंकाने वाले खुलासे...
एक नहीं वीरेंद्र देव दीक्षित बना रखे थे दो आश्रम
वीरेंद्र देव दीक्षित के रोहिणी इलाके में स्थित आध्यात्मिक आश्रम पर हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई टीम की जांच में कई ऐसी बातें सामने आई जिसकी किसी को जानकारी नहीं थी। जांच में पता चला कि वीरेंद्र देव दीक्षित ने दो आश्रम बना रखे हैं। आध्यात्मिक आश्रम ही मुख्य आश्रम है, वहीं एक और आश्रम है जिसका इस्तेमाल वीवीआईपी लोग करते हैं। पता चला है कि वीवीआईपी लोगों के लिए बनाया गया आश्रम हाल के दिनों में ही बनकर तैयार हुआ है। इसमें वीवीआईपी को ठहराया जाता और उनको लड़कियां सप्लाई की जाती थी।
दोनों आश्रमों में आने जाने के लिए बना रखी थी खुफिया सुरंग
वीरेंद्र देव दीक्षित ने पूरी रणनीति के तहत दोनों आश्रमों को बनवाया। इन आश्रमों में आने-जाने के लिए खुफिया सुरंग बना रखी थी। इस सुरंग का मुख्य काम लड़कियां सप्लाई के लिए किया जाता था। दोनों ही आश्रम में हर तरह की सुख सुविधा की खास व्यवस्था की गई थी। इन आश्रमों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। दीक्षित के आश्रम से 40 से ज्यादा लड़कियां छुड़ाई गई। उनमें कुछ नाबालिग भी थी।
दिल्ली के पालम इलाके में एक आश्रम
वीरेंद्र राव दीक्षित की काली करतूतों का अड्डा सिर्फ रोहिणी का आध्यात्मकि आश्रम नहीं है। जानकारी के मुताबिक दिल्ली के पालम इलाके में भी उसका एक आश्रम है। इसका खुलासा तब हुआ जब पालम के आश्रम की एक महिला को दिल्ली हाईकोर्ट में गुरुवार को पेश किया गया। उस महिला की ओर से जो बातें रखी गई इससे साफ हो गया दीक्षित ने अपने काले कारोबार को किस तरह से फैला रखा था।
हर मंजिल पर अलग-अलग उम्र की लड़कियां
वीरेंद्र राव दीक्षित का आश्रम चार मंजिल का था जिसमें अलग-अलग उम्र के लिए अलग-अलग मंजिल तय थी। जिस तीसरी मंजिल खुद दीक्षित रहता था वहां 25 से 28 साल की महिलाओं को रखा गया था। सबसे ऊपर वाली मंजिल पर 40 साल या उससे ज्यादा उम्र की महिलाएं थी। आश्रम से पकड़ी गई लड़कियों में कई नाबालिग लड़कियां भी हैं।
दीक्षित को लग्जरी गाड़ियों का है शौक
आध्यात्मिक विश्वविद्यालय चलाने वाला वीरेंद्र देव दीक्षित लग्जरी गाड़ियों का शौकीन बताया जाता है। उसके काफिले में सभी बड़े ब्रांड की गाड़ियां मौजूद हैं। वह 10 के करीब गाड़ियों का काफिला लेकर चलता था। उसके काफिले में मर्सीडीज, ऑडी समेत सभी बड़ी गाड़ियां थीं। छापेमारी में आध्यात्मिक विश्वविद्यालय के बेसमेंट में पार्किंग से चार कारें बरामद हुई थीं।
दिल्ली समेत पांच राज्यों में आश्रम
वीरेंद्र देव दीक्षित का दिल्ली के रोहिणी में मुख्य आश्रम तो है ही साथ ही पंजाब, यूपी, हरियाणा और राजस्थान में भी उसने अपने आश्रम बना रखे थे। इतना ही नहीं नेपाल में भी उसका एक आश्रम है, जहां भारत की ही लड़कियों को रखा गया था। सीबीआई की टीम मामले की जांच कर रही है।
कैसे हुआ खुलासा
पूरा मामले का खुलासा उस समय हुआ जब दिल्ली के एक एनजीओ ने आध्यात्मिक आश्रम में महिलाओं के शोषण की शिकायत हाईकोर्ट में की। इसके बाद हाईकोर्ट ने मंगलवार को इस एनजीओ, दिल्ली महिला आयोग और पुलिस की स्पेशल टीम गठित कर आश्रम की जांच के आदेश दिए थे। इस जांच में भी टीम ने आश्रम से कई आपत्तिजनक सामान जैसे प्रतिबंधित दवाएं, आपत्तिजनक किताबें बरामद किए। यहीं से वीरेंद्र देव दीक्षित के काले कारनामों का खुलासा होना शुरू हो गया।
याचिकाकर्ता ने किए कई बड़े खुलासे
वीरेंद्र देव दीक्षित को लेकर जांच टीम के खुलासे सामने आए। इसके साथ-साथ हाईकोर्ट में याचिका लगाने वाली महिला ने बताया कि आरोपी बाबा नशा करके रोजाना 10 लड़कियों के साथ रेप करता है। उसे लड़कियों से मालिश का शौक है। सुनवाई में इन बातों के आने के बाद हाईकोर्ट ने सीबीआई को जांच सौंप दी। हाईकोर्ट की ओर से नियुक्त सीबीआई टीम ने गुरुवार से जांच शुरू की है। जिसके बाद लगातार खुलासे सामने आते जा रहे हैं। सीबीआई टीम ने गुरुवार को 9 घंटे तक जांच की।
'बाबा खुद को बताता था शिव'
वीरेंद्र देव दीक्षित के आश्रम की जांच के लिए जनहित याचिका दायर करने वाले एनजीओ की फाउंडर सीमा शर्मा ने बताया कि उन्हें कई लड़कियों ने बताया कि बाबा खुद को शिव बताता था। लड़कियों का ब्रेन वॉश किया जाता था। वीरेंद्र देव दीक्षित लड़कियों से कहता था कि अगर वो उनसे शारीरिक संबंध बनाएंगी तो वो पार्वती बन जाएंगी और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होगी।
स्थानीय लोगों ने की थी शिकायत
जिस एनजीओ ने हाईकोर्ट में पूरे मामले की अपील की उनकी ओर से बताया गया कि स्थानीय लोगों ने आध्यात्मिक विश्वविद्यालय को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि रात के वक्त आश्रम में बड़ी-बड़ी महंगी गाड़ियां आकर रुकती थीं। इनमें कई लड़कियों को ले जाया जाता था।
इसे भी पढ़ें:- 'बाबा ने मुझे बताया कि मैं उसकी 16 हजार रानियों में से एक हूं, मेरा कई बार रेप किया'